राजनांदगांव। अन्तर्राष्ट्रीय मातृभाषा दिवस के उपलक्ष्य में कान्फ्लूऐंस कालेज आफ हायर एजुकेशन राजनांदगांव में विभिन्न संकाय के छात्र-छात्राओं का भाषण एवं निबंध प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। भाषायी और सांस्कृतिक विविधता तथा बहुभाषावाद के प्रति जागरूकता को बढावा देने के लिए यह दिवस मनाया जाता है। कार्यक्रम प्रभारी घनेश्वरी साहू, आर.एल. देवांगन ने कहा कि देश की राष्ट्रभाषा में उस देश की संस्कृति बसी होती है, जिससे वहां के नागरिकों की संस्कृति के बारे में पता चलता है। भाषा से ही हम अपनी संस्कृति, आदर्श और मूल्यों के साथ जुडकर धरोहर को आगे बढाते हैं।
महाविद्यालय के डायरेक्टर संजय अग्रवाल ने कार्यक्रम की सराहना करते हुए कहा कि इस प्रकार के कार्यक्रम से विद्यार्थियों में भाषायी और सांस्कृतिक विविधता तथा बहुभाषावाद के विषय में जागरूकता को बढावा देना है।
प्राचार्य डॉ रचना पाण्डेय ने कहा कि मातृभाषा हमारे संस्कारों की संवाहक होती है तथा राष्ट्रीयता से जोडती है और देशप्रेम की भावना प्रेरित करती है। मातृभाषा के बिना किसी भी देश की संस्कृति की हम कल्पना भी नहीं कर सकते। आज के कार्यक्रम से विद्यार्थियों में निबंध प्रतियोगिता के माध्यम से मातृभाषा के महत्व के प्रति जागरूक करना है।
निबंध प्रतियोगिता में निर्णायक प्रीति इन्दोरकर, विभागाध्यक्ष शिक्षा और मंजूलता साहू थे। निबंध प्रतियोगिता में भारती बंजारे चतुर्थ सेमेस्टर ने प्रथम एवं सुमन साहू बीएडचतुर्थ सेमेस्टर तथा शारदा बीएड द्वितीय सेमेस्टर ने द्वितीय तथा मनीषा जैन बीएड द्वितीय सेमेस्टर ने तृतीय स्थान प्राप्त किया।
निर्णायक के रूप में विजय मानिकपुरी सहा. प्राध्यापक एवं इरफान कुरैशी मौजूद थे। भाषण में प्रथम रेणुका, द्वितीय मनीषा ठाकुर तथा शारदा एवं तृतीय नागेश रहे।