भिलाई। श्री शंकराचार्य महाविद्यालय जूनवानी के कंप्यूटर विभाग व एमओयू पार्टनर एनियन साफ्टेक रायपुर के द्वारा आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पर 21 दिवसीय सर्टिफिकेट कार्यक्रम का आयोजन 1 फरवरी से 21 फरवरी तक किया गया। आयोजन में महाविद्यालय के सभी एमओयू पार्टनर कालेजों के विद्यार्थियों ने भागीदारी दी।कार्यक्रम के समापन समारोह के विशिष्ट अतिथि प्रो. संजय कुमार, विभागाध्यक्ष अध्ययनशाला कंप्यूटर विज्ञान, पंडित रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय रायपुर थे। विभागाध्यक्ष ठाकुर देवराज सिंह ने स्वागत भाषण दिया। सहायक प्राध्यापक पूनम यादव ने 21 दिन में हुए विभिन्न व्याख्यान को संक्षिप्त में बताया।
मुख्य अतिथि श्री कुमार ने महाविद्यालय की इस पहल की सराहना की और कहा कि इस प्रकार के कार्यक्रम छात्रों के साथ-साथ समाज के लिए और व्यवसायिक क्षेत्र के लिए भी फायदेमंद होते हैं क्योंकि यह हमें नई नई तकनीकों से अवगत कराते हैं आपने मशीन लर्निंग विषय पर भी प्रकाश डाला।
महाविद्यालय की डायरेक्टर एवं प्राचार्य डॉ रक्षा सिंह ने कार्यक्रम की सफलता पर विभाग के सभी सदस्यों व विद्यार्थियों को बधाई दी और कहा कि इस तरह के कार्यक्रम से विद्यार्थियों को बहुत कुछ सीखने को मिलेगा। जिसे वे भविष्य में समाज के लिए उपयोग कर पाएंगे। महाविद्यालय के अतिरिक्त निदेशक डॉ जे दुर्गा प्रसाद राव ने छात्रों को मंच का उपयोग करने के लिए प्रोत्साहित किया और कम्प्यूटर में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के महत्ता पर प्रकाश डाला।
श्री गंगाजली एजुकेशन सोसायटी के चेयरमैन आईपी मिश्रा एवं अध्यक्ष जया मिश्रा ने कार्यक्रम की सफलता पर हर्ष व्यक्त किया।
सत्र के अंत में हरनीस छाबरा बीसीए प्रथम वर्ष ,सोबिया कायनात एमएससी द्वितीय वर्ष, मनीषा साहू एमएससी चतुर्थ सेमेस्टर ने अपने अनुभव साझा किए और कहा कि यह कार्यक्रम उनके लिए लाभप्रद रहा उन्होंने इस कार्यक्रम के माध्यम से ए.आई. विषय की बारिकीयों को समझा।
मंच संचालन इशिता शर्मा, एम.एस.सी. द्वितीय सेमेस्टरएवं धन्यवाद ज्ञापन सौरभ टेम्भेकर एम.एस.सी. द्वितीय सेमेस्टर ने किया।
कार्यक्रम में कंप्यूटर विभाग के प्राध्यापक गण कविता कुशवाहा, पूनम यादव, जसलीन कौर एवं महाविद्यालय के विद्यार्थीगण साथ ही एमओयू पार्टनर धोते बंधु साइंस कॉलेज गोंदिया, गवर्नमेंट नेहरू पीजी कॉलेज डोंगरगढ़, बी.आई.टी. दुर्ग एवं साईं महाविद्यालय के विद्यार्थी भी उपस्थित थे कार्यक्रम को सफल बनाने में कंप्यूटर विभाग के उन्नत विद्यार्थियों की सराहनीय भूमिका रही।