भिलाई। श्री शंकराचार्य महाविद्यालय के अर्थशास्त्र विभाग द्वारा अंतर्राष्ट्रीय श्रम दिवस के अवसर पर वीडियो और पीपीटी प्रेजेंटेशन कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसमें विभिन्न विद्यार्थियों के द्वारा श्रम दिवस की महत्ता पर अपने-अपने विचार व्यक्त किए गए। प्रतिभागियों ने पावर पाइंट प्रजेन्टेशन के अलावा वीडियो बनाकर अपनी प्रस्तुतियां दीं।
कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य विद्यार्थियों को श्रम की महत्ता से अवगत कराना था अगर श्रम ना हो या उसका यथोचित उपयोग ना हो तो इस सृष्टि का स्वरूप कैसा होगा। महाविद्यालय के प्रभारी प्राचार्य डॉक्टर जे दुर्गा प्रसाद राव ने कहा बिना श्रम के मानव जीवन व्यर्थ है। श्रम चाहे मानसिक किया जाए या शारीरिक इस सृष्टि के विकास के लिए आवश्यक है। उससे भी ज्यादा जरूरी है श्रमिकों को मान देना। यह दिवस श्रमिकों को अपने हित और अधिकारों के प्रति जागरूक होना सिखाता है वही उनके कर्तव्यों से भी उन्हें अवगत कराता है।
महाविद्यालय की उप प्राचार्य डॉ अर्चना झा ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा श्रमिक श्रम बेचता है अपने आपको नहीं अतः इनके साथ व्यवहार समता का होना चाहिए कोई भी काम छोटा या बड़ा नहीं होता हमारे विचार छोटे और बड़े होते हैं विद्यार्थियों ने भी अपने-अपने विचारों को अपनी परिभाषा दी और अपने विचार व्यक्त इस कार्यक्रम का संचालन अर्थशास्त्र विभाग की अध्यक्ष डॉ लक्ष्मी वर्मा के द्वारा किया गया। इस अवसर पर ज्योति मिश्रा, पूर्णिमा तिवारी, शर्मिष्ठा पवार सहित अन्य प्राध्यापक उपस्थित थे।