दुर्ग। शासकीय डॉ वावा पाटणकर कन्या स्नातकोत्तर महाविद्यालय में विश्व रक्तदाता दिवस पर विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किये गये। इस अवसर पर छात्राओं ने पोस्टर बनाये जिसकी प्रदर्शनी गैलरी में लगाई गई। यूथरेडक्रॉस प्रभारी डॉ रेशमा लाकेश द्वारा लिखित पुस्तक का विमोचन किया गया। महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ सुशीलचन्द्र तिवारी ने कहा कि युवा वर्ग इस रक्तदान के पुण्य कार्य में आगे आये।
रक्तदान, जीवनदान है जिससे हमारे समाज की आवश्यकताओं की पूर्ति होती है वहीं हमें मानसिक संतुष्टि भी प्राप्त होती है। उन्होने बताया कि नियमित रूप से महाविद्यालय के यूथरेडक्रॉस द्वारा रक्तदान हेतु जागरूकता एवं अन्य कार्यक्रम किये जाते है। प्रभारी प्राध्यापक डॉ. रेशमा लाकेश ने बताया कि इस पुस्तक में रक्तदान के शारीरिक एवं सामाजिक लाभ की जानकारी दी गई है। कौन, कैसे और कब रक्तदान कर सकता है, बताया गया है। साथ ही उन मिथ्या एवं भ्रांतियों को दूर करने का प्रयास किया गया है जिसके कारण लोग रक्तदान जैसे महादान से घबराते हैं। रक्तदान शरीर को कमजोर करता है पूर्णतः निरर्थक है अपितु इससे अनेक लाभ जैसे हार्ट-अटैक की संभावनाएँ कम होना, एनर्जी लेवल बढ़ता है अनेक रोगों से बचाव होता है।
इस अवसर पर छात्राओं एवं स्टॉफ द्वारा शपथ ग्रहण किया गया जिसमें रक्तदान कर जरूरतमंदों को जीवन दान देने की शपथ ली गई।