भिलाई। सर्वे भवंतु सुखिनः सर्वे भवंतु निरामया इस श्लोक को ध्यान में रखते हुए सूर्योदय के समय सूर्य की गति के साथ श्री शंकराचार्य महाविद्यालय के द्वारा अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के उपलक्ष में भिलाई के सेक्टर 5 स्थित ऐतिहासिक ओल्ड मॉन्यूमेंट में योग का आयोजन किया गया। 1980 के दशक में बना यह मॉन्यूमेंट सोवियत संघ तथा भारत के मैत्री का प्रतीक है।
सोवियत संघ के सहयोग से भारत के मध्य प्रदेश राज्य (वर्तमान में छत्तीसगढ़ राज्य) के भिलाई में 1956 में भिलाई स्टील प्लांट की स्थापना की गई। इस वर्ष 8वां अंतरराष्ट्रीय योग दिवस है जिस के उपलक्ष में बधाई देते हुए श्री शंकराचार्य महाविद्यालय के प्रभारी प्राचार्य डॉ. जे. दुर्गा प्रसाद राव ने कहा की सदियों से भारत की आध्यात्मिक ऊर्जा का केंद्र रहा है, ऊर्जा के द्वारा ही हम अपने तन मन में प्राण ऊर्जा का संचार करते हैं इसी परिपेक्ष में महाविद्यालय की उप प्राचार्य डॉक्टर अर्चना झा ने योग समिति को बधाई देते हुए कहा कि आप लोगों के द्वारा प्रति वर्ष सफलतापूर्वक विगत कई वर्षों से योग शिविर का संचालन किया जा रहा है जिसमें योग की विभिन्न विधाओं का प्रशिक्षण दिया जाता है योग क्षेत्र में नित नए प्रयोग हो रहे हैं योग दैनिक जीवन पर क्या प्रभाव पड़ता है यह सर्वविदित है इस वर्ष योग का थीम है, ’’ऐतिहासिक स्थल, नदी एवं तालाब के किनारे योग’’ करने को प्रोत्साहित किया गया। भिलाई के विभिन्न स्थानों जैसे सेक्टर 2 गणेश पंडाल, हेमचंद यादव विश्वविद्यालय तथा महाविद्यालय में आयोजित योग कार्यक्रमों में महाविद्यालय के शिक्षक एवं विद्यार्थियों ने अपनी सहभागिता प्रदान की। 23 जून 2022 में श्री शंकराचार्य महाविद्यालय द्वारा योग पर सर्टिफिकेट कोर्स का आयोजन छत्तीसगढ़ योग एसोसिएशन एवं युवा भारत के सहयोग से आयोजित किया जाना है।
इस कार्यक्रम को सफल बनाने में योग समिति के संयोजक डॉ वंदना सिंह, डॉ. लक्ष्मी वर्मा, कविता कुशवाहा, पूर्णिमा तिवारी सहित महाविद्यालय के विभिन्न प्राध्यापकों का विशिष्ट सहयोग रहा।