भिलाई। एमजे कालेज द्वारा सोमवार को अक्षय ऊर्जा स्रोतों पर एक सेमीनार का आयोजन आंतरिक गुणवत्ता मूल्यांकन प्रकोष्ठ के तत्वावधान में साइंस एवं कम्प्यूटर साइंस विभाग द्वारा किया गया। जेनबी एनर्जी प्राइवेट लिमिटेड के सीईओ चन्द्रशेखर रेड्डी ने बताया कि आने वाला समय अक्षय ऊर्जा स्रोतों के दोहन का है जिसमें सौर ऊर्जा सर्वाधिक सुलभ है। इसे एक बार लगा लिया तो चार साल बाद से फ्री बिजली प्राप्त की जा सकती है।
महाविद्यालय की निदेशक डॉ श्रीलेखा विरुलकर के मार्गदर्शन में आयोजित इस कार्यक्रम को संबोधित करते हुए श्री रेड्डी ने कहा कि फॉसिल फ्यूल आज नहीं तो कल खत्म होना है। इससे पर्यावरण संतुलन गड़बड़ाता है, प्रदूषण का स्तर बढ़ता है और कार्बन डाइऑक्साइड उत्सर्जन की समस्या भी होती है। सौर ऊर्जा इसका एकमात्र विकल्प है। हालांकि इसे स्थापित करना थोड़ा महंगा पड़ता है पर एक बार लगा लिया तो पूरा पैसा तीन-चार साल में वसूल हो जाता है। इसके बाद बिजली फ्री हो जाती है। अतिरिक्त बिजली को ग्रिड को बेचकर भी आप पैसे बना सकते हैं।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए प्राचार्य डॉ अनिल कुमार चौबे ने कहा कि सौर ऊर्जा पर काफी रिसर्च हो रहा है और सौर पैनल को कॉस्ट इफेक्टिव करने के भी प्रयास किये जा रहे हैं। सरकार समय समय पर इसे स्थापित करने के लिए सब्सिडी भी देती है। छत्तीसगढ़ के गांव-गांव में सौर पैनल से बिजली प्राप्त की जा रही है जिससे लाइन खींचने का झंझट खत्म हो गया है। भारत जैसे देश के लिए यह एक बेहतरीन ऊर्जा विकल्प साबित हो सकता है।
इस कार्यशाला में एमजे कालेज ऑफ नर्सिंग के प्राचार्य डैनियल तमिल सेलवन, शिक्षा विभाग की अध्यक्ष डॉ श्वेता भाटिया, एनएसएस अधिकारी डॉ जेपी कनोजे, कम्प्यूटर साइंस और साइंस की विभागाध्यक्ष पीएम अवंतिका एवं सभी सहायक प्राध्यापक उपस्थित थे. धन्यवाद ज्ञापन वाणिज्य संकाय की सहा. प्राध्यापक स्नेहा चंद्राकर ने किया।