राजनांदगांव। कानफ्लूएंस कॉलेज ऑफ हायर एजुकेशन राजनांदगांव में नेशनल पेरेंट्स डे पर महाविद्यालय में पालकों के लिए विभिन्न प्रकार के खेलों का आयोजन एवं उनके विचारों की प्रस्तुति का आयोजन किया गया। राष्ट्रीय सेवा योजना अधिकारी प्रो. विजय मानिकपुरी ने बताया कि राष्ट्रीय पेरेंट्स डे 8 मई 1973 से मनाने की शुरुआत हुई, लेकिन 1994 से जुलाई माह के चौथे रविवार को मनाया जाता हैl माता-पिता न केवल बच्चों के सबसे बड़े सहयोगी होते हैं, बल्कि वे उन्हें भविष्य की चुनौतियों के लिए भी तैयार करते हैं।
महाविद्यालय के डायरेक्टर आशीष अग्रवाल, संजय अग्रवाल एवं डॉ. मनीष जैन ने सभी को पेरेन्ट्स डे की शुभकामनाएं दीं। उन्होंने कहा कि सम्मेलन महाविद्यालय और परिवार के आपसी विचार विमर्श का आयोजन है जिससे भविष्य की विभिन्न गतिविधियों एवं सुधार व्यवस्थाओं में सुदृढ़ हेतु आवश्यक है। महाविद्यालय में उपस्थित सभी पालको का अभिनंदन।
महाविद्यालय की प्राचार्य डॉ. रचना पांडे ने सम्मेलन के शुभारंभ में दीप प्रज्वलन के साथ उपस्थित पालको का अभिनंदन करते हुए कहा कि पालक अपने बच्चों को जिंदगी में एक बेहतर इंसान बनाने की कोशिश करते हैं और बच्चे सफलता प्राप्त कर सके इसका हौसला देते हैं तथा सभी पालक को विश्वास दिलाया कि महाविद्यालय की ओर से आपके पाल्यो की नैतिकता के साथ सामाजिकता हेतु प्रयास हमेशा जारी रहेगा l
सम्मेलन में बी.एड. तृतीय सेमेस्टर की छात्रा ज्योति के माता शकुंतला कतलम, के.डी. साहू (व्याख्याता) चंद्रकांत सोनी, शेखर सोनवानी, शरद कुमार साहू, जनक पटेल, रमेश मानेकर, कुलदीप आदि पेरेंट्स द्वारा अपने विचार रखे गए जिसमें के के.डी.साहू (व्याख्याता) ने कहा कि महाविद्यालय द्वारा ऐसी पहल सराहनीय है, जिससे नैतिक मूल्य का विकास होगा और बच्चों महाविद्यालय तथा परिवार के बीच संबंध मजबूत होंगे।
चंद्रकांत सोनी, शकुंतला कतलम, शरद कुमार साहू, जनक पटेल, कुलदीप शेखर सुनवानी, रमेश मालीकर आदि ने अपने विचार प्रस्तुत किएl विद्यार्थियों द्वारा स्वागत गीत, प्रेरणा गीत एवं प्रार्थना गीत जिसमें लोकेश्वर, रीमा ,अजय सोनवानी आदि ने प्रस्तुति किए।
गायत्री केवट विभागाध्यक्ष वाणिज्य द्वारा माता के ऊपर कविता प्रस्तुत किया गयाl एवं उपस्थित सभी पालको को पुरस्कृत एवं सम्मानित किया गया। आयोजन में मुख्य रूप से प्रीति इंदौरकर विभाग अध्यक्ष शिक्षा, राधे लाल देवांगन, मंजूलता साहू आइक्यूएसी प्रभारी, धनंजय साहू, उर्वशी कड़वे, ममता साहू, लक्ष्मण देवांगन, नफीसा सहित महाविद्यालय के अन्य प्राध्यापकगण उपस्थिति थे।