भिलाई। निजी क्षेत्र के एकमात्र नैक ‘ए’ ग्रेड प्राप्त श्री शंकराचार्य महाविद्यालय ने अपने स्थापना दिवस की रजत जयंती मनाई। इस अवसर पर सहस्त्र अवर्तन पूजा एवंयज्ञ का आयोजन किया गया। इसमें महाविद्यालय के समस्त स्टाफ सदस्यों ने भाग लिया। पूजन के बाद महाभोग का वितरण किया गया। रजत जयंती के शुभ अवसर पर महाविद्यालय परिसर में नव निर्मित त्रिपुर सुंदरी राजराजेश्वरी माता के मंदिर में सहस्र अर्चन यज्ञ किया। महाविद्यालय ने आदिकालीन भारतीय सांस्कृतिक परम्परा का निर्वहन करते हुए यज्ञ किया। जिसमें महाविद्यालय के शैक्षणिक एवं गैर-शैक्षणिक कर्मचारियों के साथ छात्र-छात्राओं ने भी हिस्सा लिया और यज्ञ की पावन अग्नि में सबके उत्तम स्वास्थ, उन्नति और समृद्धि, महाविद्यालय के विकास और उज्जवल भविष्य की कामना करते हुए पूर्वाहुति दी। साथ ही वैश्विक महामारी कोरोना के प्रकोप को दूर भगाने, सामाजिक कल्याण, लोकमंगल, जन-जागरण एवं वातावरण परिशोधन के लिए माँ जगदम्बा का आह्वान करते हुए आहुति दी। महाविद्यालय परिसर वेदमंत्रो से गुंजायमान हो उठा। सबने एक स्वर में जगत कल्याण का संकल्प लिया। तत्पश्चात भोग का भी आयोजन किया गया।
श्री गंगाजली शिक्षण समिति के चेयरमेन श्री आई.पी. मिश्रा एवं अध्यक्ष श्रीमती जया अभिषेक मिश्रा ने महाविद्यालय के रतज जयंती के पावन अवसर पर भाव विभोर हो गये और शुभकामनाये तथा बधाई प्रेषित की। महाविद्यालय के अतिरिक्त निदेशक एवं प्रभारी प्राचार्य डाॅ. जे. दुर्गा प्रसाद राव एवं उप-प्राचार्य डाॅ. अर्चना झा ने भी महाविद्यालय परिवार को शुभकामनाये दी तथा सबके उज्जवल भविष्य की कामना की।