भिलाई। एम जे स्कूल कोहका में श्रीकृष्ण जन्माष्टमी का पर्व पूरे हर्षोल्लास के साथ मनाया गया. सर्वप्रथम दीप प्रज्जवित करके श्रीकृष्ण भगवान की पूजा अर्चना की गई. प्राचार्या एच लक्ष्मी ने राधा – कृष्ण के रूप में बच्चों का अभिनन्दन किया और उन्हें जन्माष्टमी पर्व का महत्त्व बताया. इस अवसर पर विशेष रूप से उपस्थित संस्था की निदेशक डॉ श्रीलेखा विरुलकर ने बाल श्रीकृष्ण के जीवन से सम्बंधित अनेकों घटनाओं का वर्णन किया.
उनका जीवन आज भी प्रसांगिक है. आज सनातन धर्म के प्रमुख आधार स्तभों में त्रिदेव – ब्रह्मा, विष्णु और महेश है. इनमें श्रीकृष्ण भगवान को श्री विष्णु का आठवां अवतार माना जाता हे.
रंग बिरंगे कपड़ों में बाल और राधा बने बच्चों के द्वारा आरती, भजन और मनमोहक नृत्य रासलीला की प्रस्तुति दी गई. कोऑर्डिनेटर आर के शर्मा द्वारा श्रीमद्भगवद्गीता के कुछ श्लोकों का पाठन किया गया, उन्होंने आज के संधर्भ में भगवान श्रीकृष्ण के जीवन का संदेश के बारे में बताया. अंत में दही हांडी का उत्सव मनाया गया जो कि भगवान श्रीकृष्ण की आराधना का एक प्रमुख हिस्सा माना जाता है. सभी शिक्षक-शिक्षिकाओं, स्टाफ के योगदान से कार्यक्रम के सफल आयोजन की अभिभावकों ने प्रशंसा की. शिक्षिका संदीप्ति झा द्वारा कार्यक्रम का सफल संचालन किया गया. बच्चों और अभिभावकों को प्रसाद वितरण के साथ कार्यक्रम का समापन हुआ.
ओम, ध्रुव, लवी, आतिफ एवं पूर्वी ने गीत अच्युतम केशवं राम नारायणम् प्रस्तुत किया। वहीं आयत, त्रिपसा, ख्याति, कुमकुम, नित्या, डॉली, धारणा, फैज़,अवलीन, लावी, उत्कर्ष ने ‘वो कृष्णा है, वो कान्हा है’ गीत पर नृत्य किया। आंशिक, दिशंक, तुलिप, लक्ष्य, अलीजा, आफिया, काव्या, आशीन, हीमा, गोपेश, नचिकेत ने भी गीत प्रस्तुत किये।