भिलाई। एमजे कालेज ऑफ नर्सिंग में मरीज सुरक्षा दिवस पर विविध कार्यक्रमों का आयोजन किया गया. प्राचार्य डैनियल तमिल सेलवन ने कहा कि नर्सों की स्वयं की सुरक्षा भी रोगी की सुरक्षा जितनी ही जरूरी है. वे हेल्थ केयर सिस्टम डिलीवर करने की महत्वपूर्ण कड़ी हैं. उन्हें अपने स्वास्थ्य और सुरक्षा को सुनिश्चित करना होगा. तभी वे अपना काम सही ढंग से कर पाएंगी.
महाविद्यालय की निदेशक डॉ श्रीलेखा विरुलकर के निर्देश पर आयोजित इस कार्यक्रम के पहले चरण में सहायक प्राध्यापक सुधा विश्वास एवं शिवनारायण साहू ने रोगी सुरक्षा के विभिन्न पहलुओं की जानकारी दी. सैनिटाइजेशन और हैंड हाइजीन की प्रक्रियाओं पर जोर देते हुए कहा गया कि अस्पताल में भर्ती मरीजों को क्रास इंफेक्शन से बचाने में इसकी अहम भूमिका है.
प्राचार्य डैनियल तमिल सेलवन ने पेशंट सेफ्टी डे-2022 की थीम की चर्चा की. उन्होंने कहा कि इस वर्ष “औषधि सुरक्षा” को प्रमुखता दी गई है. उद्देश्य विश्व स्तर पर गलत और असुरक्षित दवाईओं के चलते होने वाले नुकसान के बारे में भी जागरुकता और जरूरी कार्रवाई को बढ़ावा देना है. क्योंकि पिछले कुछ वर्षों में हेल्थ केयर सिस्टम में हुई प्रगति के साथ नई तकनीकों एवं दवाओं के आने से यह और अधिक जटिल हो गया है. नर्सों को इस मामले मे ज्यादा सावधान रहने की जरूरत है.
कार्यक्रम के दूसरे चरण में नर्सों को स्वयं को सुरक्षित रखकर का करने का प्रायोगिक प्रशिक्षण दिया गया. इसमें गाउन, ग्लव्स, शील्ड आदि को पहनने और उतारने के क्रम की जानकारी दी गई. साथ ही एक से अधिक मरीजों की देखभाल करते समय बरती जाने वाली सावधानियों के बारे में भी बताया गया.