राजनांदगांव. कॉन्फ्लूएंस कॉलेज राजनंदगांव की एनएसएस इकाई एवं वाणिज्य विभाग के संयुक्त तत्वाधान में विश्व प्रथम उपचार दिवस मनाया गया. राष्ट्रीय सेवा योजना के कार्यक्रम अधिकारी प्रो. विजय मानिकपुरी ने कहा कि रोजमर्रा के जीवन में संकट के हालात में फर्स्ट एड लेकर लोगों का जीवन बचा सके जागरूक करना है अक्सर विद्यार्थियों को विद्यालय महाविद्यालय में प्राथमिक चिकित्सा के बारे में सिखाया जाता है लेकिन समय के साथ लोग सेहत के लिए जरूरी बातों को भूल जाते हैं।
उक्त आयोजन के वक्ता देवराज साहू ने कहा कि प्राथमिक उपचार के माध्यम से दुर्घटना से होने वाली बड़ी आने को कुछ हद तक टाला जा डालकर जान बचाया जा सकता है जिसमें यह सभी जानकारी सबको होनी चाहिए जो बेहद जरूरी है किसी घायल व्यक्ति की सांसे थम जाए तो आर्टिफिशियल हार्ट पंप के माध्यम से प्राथमिक उपचार करने की जानकारी हो। कार्यक्रम प्रभारी ममता साहू के निर्देशन में संपन्न हुआl
प्राचार्य डॉ.रचना पांडे ने बताया कि अक्सर रोड एक्सीडेंट में घायल की मौत इसलिए हो जाती है कि उसे समय पर फर्स्ट ऐड नहीं मिलती घायल व्यक्ति के घाव को साफ करना पट्टी बांधना अस्पताल पहुंचाने तक शरीर से ज्यादा खून ना बहे इसकी व्यवस्था इससे हो जाती है ।महाविद्यालय के डायरेक्टर आशीष अग्रवाल ,संजय अग्रवाल एवं डॉ मनीष जैन ने संयुक्त रूप से कहा कि हॉस्पिटल पहुंचने से पहले जो प्राथमिक उपचार दिया जाता है वही फर्स्ट एक ख्याल आता है जो जीवन प्रदान करता है आज की इस भाग दौड़ भरी जिंदगी में इसकी जानकारी होना अति आवश्यक है जिससे रोड एक्सीडेंट की हानि को कम भी किया जा सकता है या विद्यार्थियों एवं समाज दोनों के लिए लाभदायक है उक्त कार्यक्रम में महाविद्यालय के यन एस एस के विद्यार्थी बी.एड एवं यूजी विभाग की विद्यार्थी तथा शिक्षक गण उपस्थित रहे l
हिंदी भारतीयो की भावनात्मक अभिव्यक्ति का एकमात्र माध्यम है इसके अभाव में भारतीयता की अभिव्यक्ति हो ही नहीं सकती । देश को एकता के सूत्र में आबद्ध करने की शक्ति केवल हिंदी में है ।इस मौके पर अनिका सिंह ने शानदार हिंदी कविता की प्रस्तुत दी । मदीहा नाज ने हिंदी में भाषण दिया। शिक्षक – शिक्षिकाओं के मार्गदर्शन में कक्षा आठवीं के रेहान, अयान, सिद्धार्थ, अन्या, अनुष्का, भव्या ,आस्था ने नाटक ‘बहू की विदा’ की प्रस्तुति दी’ इस नाटक से समाज की ज्वलंत समस्या दहेज प्रथा एक सामाजिक बुराई पर ध्यान आकर्षित किया। वही कक्षा नौवीं एवं आठवीं के छात्र -छात्राओं सहजवीर, आयुष, प्रियांश हर्षवर्धन, लक्ष्य ,खुशी सिंह ,आरुषि दुबे, जोया, ग्रंथा, आलिया ने मिलकर नुक्कड़ नाटक की प्रस्तुति दी। हिंदी दिवस के अवसर पर समस्त शिक्षक- शिक्षिकाएँ एवं छात्र छात्राएँ उपस्थित रहे। और हिंदी भाषा का अधिकाधिक प्रयोग करने का संकल्प लिया।
उक्त आयोजन के वक्ता देवराज साहू ने कहा कि प्राथमिक उपचार के माध्यम से दुर्घटना से होने वाली बड़ी आने को कुछ हद तक टाला जा डालकर जान बचाया जा सकता है जिसमें यह सभी जानकारी सबको होनी चाहिए जो बेहद जरूरी है किसी घायल व्यक्ति की सांसे थम जाए तो आर्टिफिशियल हार्ट पंप के माध्यम से प्राथमिक उपचार करने की जानकारी हो। कार्यक्रम प्रभारी ममता साहू के निर्देशन में संपन्न हुआस
प्राचार्य डॉण्रचना पांडे ने बताया कि अक्सर रोड एक्सीडेंट में घायल की मौत इसलिए हो जाती है कि उसे समय पर फर्स्ट ऐड नहीं मिलती घायल व्यक्ति के घाव को साफ करना पट्टी बांधना अस्पताल पहुंचाने तक शरीर से ज्यादा खून ना बहे इसकी व्यवस्था इससे हो जाती है ।महाविद्यालय के डायरेक्टर आशीष अग्रवाल एसंजय अग्रवाल एवं डॉ मनीष जैन ने संयुक्त रूप से कहा कि हॉस्पिटल पहुंचने से पहले जो प्राथमिक उपचार दिया जाता है वही फर्स्ट एक ख्याल आता है जो जीवन प्रदान करता है आज की इस भाग दौड़ भरी जिंदगी में इसकी जानकारी होना अति आवश्यक है जिससे रोड एक्सीडेंट की हानि को कम भी किया जा सकता है या विद्यार्थियों एवं समाज दोनों के लिए लाभदायक है