दुर्ग। हेमचंद यादव विश्वविद्यालय में राष्ट्रीय पोषण माह के अंतर्गत आहार एवं पोषण प्रदर्शनी आयोजित की गई। विश्वविद्यालय के अधिष्ठाता छात्र कल्याण, डाॅ. प्रशांत श्रीवास्तव ने बताया कि हेमचंद यादव विश्वविद्यालय, काॅन्फ्लूएंस काॅलेज राजनांदगांव तथा महिला एवं बाल विकास विभाग के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित इस प्रदर्शनी मेंआहार एवं पोषण के महत्व को अनाज रंगोली के माध्यम से खूबसूरती से प्रदर्शित किया गया था। काॅन्फ्लूएंस काॅलेज की प्राचार्य डाॅ. रचना पांडे एवं एनएसएस कार्यक्रम अधिकारी, विजय मानिकपुरी के नेतृत्व में विश्वविद्यालय के टैगोर हाॅल में आयोजित इस प्रदर्शनी में सैकड़ों विद्यार्थियों के अलावा महिला एवं बाल विकास विभाग के कर्मचारी, विश्वविद्यालय के अधिकारी, कर्मचारी तथा कुछ महाविद्यालयों के प्राचार्य एवं प्राध्यापक उपस्थित थे।
डाॅ. श्रीवास्तव ने बताया कि विभिन्न प्रकार की दालों जैसे-अरहर, मूंग, उड़द, मसूर, चना तथा अनाज, चावल गेहुं, मेथी, करायत, लौंग, इलाइची, सरसों एवं विभिन्न फलों तथा सब्जियों से निर्मित इस आहार पोषण प्रदर्शनी में विद्यार्थियों ने छत्तीसगढ़ महतारी, गर्भवती महिला के खान-पान, भारत एवं छत्तीसगढ़ का नक्शा, स्तनपान, अन्नपूर्णा तथा शिशु अन्नप्राशन, गौधन न्याय योजना संबंधी महत्वूर्ण जानकारी प्रदर्शित की। विश्वविद्यालय की कुलपति, डाॅ. अरूणा पल्टा ने इस प्रदर्शनी का उद्घाटन किया। इस अवसर पर प्रतिभागियों को संबोधित करते हुए डाॅ. पल्टा ने आहार एवं पोषण की विस्तृत जानकारी दी। कुलसचिव, भूपेन्द्र कुलदीप ने विद्यार्थियों से आग्रह किया कि प्रदर्शनी में दिखाये गये प्रस्तुतियों का अपने दैनिक जीवन में भी पालन करें।
प्रदर्शनी का अवलोकन करने वालों में विश्वविद्यालय के उपकुलसचिव, डाॅ. राजमणि पटेल, राजेन्द्र चौहान, सहायक कुलसचिव, डाॅ. सुमीत अग्रवाल, हिमांशु शेखर मंडावी, वित्त अधिकारी, सुशील गजभिये, एनएसएस समन्वयक, डाॅ. आर. पी. अग्रवाल, खेल संचालक, दिनेश नामदेव, डीसीडीसी, डाॅ. प्रीतालाल एवं स्वरूपानंद महाविद्यालय की प्राचार्य डाॅ. हंसा शुक्ला, संयुक्ता पाढ़ी, शैलजा पवार, डाॅ. शमा बेग तथा शासकीय कन्या महाविद्यालय की डाॅ. अमिता सहगल, डाॅ. दुग्गल सहित विश्वविद्यालय के समस्त कर्मचारी शामिल थे.