दुर्ग। लघु अवधि के कोर्स ज्ञान में वृद्धि हेतु अति महत्वपूर्ण होते हैं. हममें से प्रत्येक को अपने रेगुलर कोर्स के साथ-साथ सामयिक विषयों परआधारित लघु अवधि के कोर्स करते रहना चाहिए. ये उद्गार हेमचंद यादव विश्वविद्यालय की कुलपति, डाॅ. अरूणा पल्टा ने व्यक्त किये. डाॅ. पल्टा विश्वविद्यालय परिसर में आयोजित भारतीय स्वतंत्रता आन्दोलन के अज्ञात नायक विषय पर केन्द्रित एक सप्ताह के सर्टिफिकेट पाठ्यक्रम में प्रोजेक्ट वर्क, पावर प्वाइंट प्रस्तुतिकरण तथा लिखित परीक्षा के आधार पर उत्तीर्ण परीक्षार्थियों को प्रमाणपत्र वितरण समारोह में संबोधित कर रही थीं.
समारोह का संचालन करते हुए कोर्स समन्वयक एवं विश्वविद्यालय के अधिष्ठाता छात्र कल्याण, डाॅ. प्रशांत श्रीवास्तव ने बताया कि इस कोर्स में कुल 150 प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया जिनमें 10 महाविद्यालयों के प्राचार्य, 12 स्कूलों के व्याख्याता तथा 75 महाविद्यालयों के प्राध्यापक, 33 शोधार्थी एवं अन्य समान्य जन शामिल थे. इस कोर्स में 03 स्वतंत्रता संग्राम सेनानी के परिवारजन भी प्रतिभागी के रूप में शामिल हुए।
डाॅ. श्रीवास्तव ने बताया कि इस सर्टिफिकेट कोर्स में सर्वाधिक 94 प्रतिशत अंक शासकीय विश्वनाथ यादव तामस्कर स्नातकोत्तर महाविद्यालय की समाजशास्त्र की डाॅ. सपना शर्मा सारस्वत को मिले. कुलपति डाॅ. पल्टा ने उन्हें स्वर्ण पदक से सम्मानित किया. प्रतिभागियों की ओर से डाॅ. हंसा शुक्ला, डाॅ. सपना शर्मा, जयती साहू, नरोत्तम कुमार, नीरज शर्मा, केमलता साहू, ने सर्टिफिकेट कोर्स के संबंध मंे फीडबैक दिया. विश्वविद्यालय के कुलसचिव, भूपेन्द्र कुलदीप तथा एनएसएस समन्वयक, डाॅ. आरपी अग्रवाल ने अपने संबोधन में सर्टिफिकेट कोर्स को अत्यंत सफल बताते हुए कहा कि इस प्रकार के आयोजन से सभी प्रतिभागियों में किसी विषय वस्तु को समझने में नई सोच जागृत होती है. स्वतंत्रता संग्राम सेनानी परिवार के समीर मेहता एवं नीरज शर्मा ने भी इस अवसर पर अपने विचार व्यक्त किये. कुलसचिव भूपेन्द्र कुलदीप ने धन्यवाद ज्ञापन किया.