राजनांदगांव. कॉन्फ्लूएंस महाविद्यालय में विश्व सुनामी जागरूकता दिवस एवं युद्ध और हथियारों के संघर्ष के वातावरण को रोकने के लिए पोस्टर एवं भाषण प्रतियोगिता का आयोजन किया गया. विद्यार्थियों ने पोस्टर बनाया जिसमें सुनामी और युद्ध से हमारे पर्यावरण को होने वाली हानि से कैसे लोगो को जागरूक करना हैं यह भी भाषण के माध्यम से बताया गया.
कार्यक्रम प्रभारी सहायक प्रधापक ममता साहू ने बताया कि विश्व सुनामी दिवस का आयोजन संयुक्त राष्ट्र महासभा ने सुनामी के बारे में लोगो में जागरूकता पैदा करने के लिए हर साल यह दिवस मनाने का सभी देशों को आह्वान किया हैं. इस कार्यक्रम की निर्णायक सहायक प्राध्यापक प्रीति इन्दौरकर विभागाध्यक्ष शिक्षा के अनुसार प्रथम नीलम सहारे (बी एड 1st) द्वितीय उदय कुमार(बी कॉम 1st)
तृतीय रुद्रप्रताप (बी एड 1st) स्थान प्राप्त किया.
महाविद्यालय की प्राचार्य डॉ रचना पांडेय ने बताया कि सुनामी का एक बड़े पैमाने पर लहर उत्पन्न होता हैं जो समुद्र के नीचे व उसके पास भूकंप की वजह से उत्पन्न पानी के नीचे गड़बड़ी का परिणाम का स्वरूप दस्तक देती हैं सुनामी के प्रभाव जीवन और वित्तीय नुकसान के लिए बहुत घातक हो सकते है और इसलिये ऐसी आपात स्थिति से निपटने के लिये सही दृष्टिकोण आवश्यक है.
महाविद्यालय के संचालक संजय अग्रवाल, आशीष अग्रवाल और डॉ मनीष जैन ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कई देशों और संगठनों के साथ विश्व सुनामी जागरूकता दिवस मनाने की पहल शुरू की है ताकि वे अपनी आवाज उठा सके और जागरूकता पैदा कर सके. यह पहल सुनामी के विनाशकारी परिणामो के बारे में एक अभिनव दृषिकोंण प्रदान करने के लिए शुरू की गई हैं ताकि लोगो मे जागरूकता फैलाकर सुनामी के जोखिमों को कम किया जा सके.