भिलाई. स्वामी श्री स्वरुपानंद सरस्वती महाविद्यालय में विद्यार्थियों, पालक व शिक्षकों के बीच तारतम्य बनाये रखने व महाविद्यालय द्वारा विद्यार्थियों को प्रदान की जाने वाली सुविधाओं से पालकों को अवगत कराने के उद्देष्य से पालक मिटिंग का आयोजन किया गया व पालक संघ का गठन आपसी सहमति से किया गया. इसल अवसर पर नई समिति को पालक शिक्षक समिति के क्रियाकलाप तथा उद्देश्यों को रेखांकित किया गया.
बैठक के एजेण्डा पर प्रकाश डालते हुये पालक संघ प्रभारी डॉ. एस रजनी मुदलियार ने बताया कक्षा में विद्यार्थियों की नियमित उपस्थिति, महाविद्यालय परिसर में अनुशासन बनाये रखना, कोरोना काल के बाद विद्यार्थियों को पढ़ने के लिये प्रोत्साहित करना जिससे परीक्षा परिणाम बेहतर रहे, विद्यार्थियों को गरिमामयी परिधान में महाविद्यालय आने के लिये प्रेरित करना आदि विषयों पर चर्चा करने के उद्देश्य से पालक मिटिंग का आयोजन किया गया.
महाविद्यालय के सीओओ डॉ. दीपक शर्मा ने नवगठित पालक संघ के पदाधिकारियों को बधाई दी व कहा पालक शिक्षकों के बीच बातचीत होते रहना चाहिये इससे विद्यार्थियों की उन्नति व उनकी समस्याओं को समझने में सहायता मिलती है.
प्राचार्य डॉ. हंसा शुक्ला ने पालकों से अनुरोध किया वे प्रतिदिन अपने बच्चों से महाविद्यालय में हुए गतिविधियों की जानकारी ले, समय निकाल महाविद्यालय आकर विषय शिक्षक से मिल सकते है. प्राचार्य ने पालकों को महाविद्यालय में चलाये जा रहे सर्टिफिकेट कोर्स की जानकारी व महाविद्यालय में उपलब्ध संसाधनों व सुविधाओं की जानकारी दी.
ज्योत्सना श्रीवास्तव ने बताया शिक्षक जो भी सूचना देते है वे पालकों तक नहीं पहुॅंच पाते क्योंकि विद्यार्थी उन्हें बताते नहीं है अतः पालकों तक सूचनायें पहुॅंचाने की व्यवस्था हो. निर्मला तिवारी ने महाविद्यालय प्रबंधन को धन्यवाद दिया कि उन्होंने विद्यार्थियों की गतिविधियों व टेस्ट परिणाम से परिचित करवाया. ललित यादव ने अपने बच्चे के उन्नति से प्रसन्नता व्यक्त करते हुये कहा महाविद्यालय में पढ़ाई बहुत अच्छी होती है सभी प्राध्यापकों का व्यवहार बहुत सहयोगात्मक है.
इस अवसर पर पालक संघ का गठन किया गया नवगठित परिषद् की सूची इस प्रकार है- अध्यक्ष – ज्योत्सना श्रीवास्तव, उपाध्यक्ष – हेमलता सेन, सचिव – अशोक सेन, सहसचिव – भूमिका टांक, सदस्य – गोपी सिंह राजपूत, निर्मला तिवारी, वाई श्रीलथा, अनिल मंडल है. पालक मिटिंग में सभी संकायों के प्राध्यापक व पालक शामिल हुये. कार्यक्रम को सफल बनाने में डॉ. मंजु कनोजिया स.प्रा. शिक्षा विभाग ने विशेष योगदान दिया.