दुर्गः भारती विश्वविद्यालय में मानवाधिकार दिवस समारोह मनाया गया. इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में शासकीय विश्वनाथ यादव पीजी स्वशासी काॅलेज, दुर्ग के समाजशास्त्र विभाग की विभागाध्यक्ष डाॅ. सपना शर्मा सारस्वत उपस्थित थीं. उन्होंने कहा कि किसी व्यक्ति से उसके रंग, रूप, भाषा, संस्कृति, प्रजाति के आधार पर भेदभाव नहीं किया जा सकता. आज जरूरत इस बात की है कि हम सह-अस्तित्व को स्वीकार करें. हमें चीजों को देखने का नजरिया बदलना होगा.
इस अवसर पर विशिष्ट अतिथि के रूप में श्री चतुर्भुत मेमोरियल फाउंडेशन के संस्थापक अरूण कुमार श्रीवास्तव भी उपस्थित थे. इस अवसर पर उन्होंने जीवन में मानवाधिकारों की महत्ता पर अपने विचार व्यक्त किये. उन्होंने कहा कि मानव से मानव की समझ विकसित करनी होगी तभी मानवाधिकार दिवस की सार्थकता होगी.
इस कार्यक्रम में भारती विश्वविद्यालय के माननीय कुलपति डाॅ. एच.के. पाठक ने अपने उद्बोधन में मानवाधिकारों के उद्देश्यों को समझाया. उन्होंने कहा कि मावनाधिकारों की रक्षा के उद्देश्य से संयुक्त राष्ट्र महासभा ने मानवाधिकों का लागू किया.
भारती विश्वविद्यालय के कुलसचिव डाॅ. वीरेन्द्र स्वर्णकार ने धन्यवाद ज्ञापित किया. उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि आमंत्रित अतिथियों से जो बातें छात्रों ने सीखी हैं उन्हें अपने जीवन में उतारेंगे.
विश्वविद्यालय के माननीय कुलाधिपति श्री सुशील चन्द्राकर ने कहा कि सभी को मिलजुल कर मानवाधिकारांे के संरक्षण के लिए कार्य करना होगा.
कार्यक्रम का संचालन डाॅ. समन सिद्धिकी ने किया. इस अवसर पर डायरेक्टर (अकादमिक) डाॅ. आलोक भट्ट, डायरेक्टर (एडमिन) डाॅ. सुमन बलियान, डायरेक्टर आईक्यूएसी डाॅ. रामासामी राजेश कुमार, डाॅ. स्नेह कुमार मेश्राम, डाॅ. गजेन्द्र साहू, डाॅ. रूचि सक्सेना, डाॅ. निधि वर्मा, डाॅ. भावना जंघेल, डाॅ. चांदनी अफसाना, स्मृति खारा सहित समस्त विभागों के विभागाध्यक्ष एवं बड़ी संख्या में छात्र-छात्राओं ने भाग लिया.