भिलाई. उन्नत शिक्षार्थियों, बीबीए छात्रों ने अपने बैचों की मौखिक परीक्षा शुरू होने से पहले पीपीटी प्रस्तुति देकर धीमी गति से सीखने वालों और औसत शिक्षार्थियों को कठिन विषयों को सरल तरीके से समझने में मदद की. कॉलेज में छात्रों को एडवांस लर्नर, स्लो लर्नर और औसत लर्नर में वर्गीकृत करने की नीति है. धीमी शिक्षार्थियों को समय के साथ सुधार करने के लिए प्रेरित किया जाता है. यह एक अभिनव अभ्यास है जो छात्रों को विभिन्न विषयों की मूल बातें समझने में मदद करेगा. मेंटर शिक्षकों ने विद्यार्थियों को सफलता के टिप्स भी दिए. मेंटर्स ने उन्हें उनके अंतिम सेमेस्टर की परीक्षा की तैयारी के बारे में प्रस्तुति दी, उन्होंने छात्रों को यह भी बताया कि क्या करें और क्या न करें, छात्रों को परीक्षा देते समय ध्यान रखना चाहिए. यह व्यवस्था 2020-2021 सत्र से लागू है. विषयों को प्रस्तुत करने वाले कुछ अग्रिम शिक्षार्थियों में पलक तरण, आयुषी द्विवेदी, जसनीत कौर सैनी और पूर्वाशा यादव शामिल थीं. सलाहकार प्रोफेसर संदीप जशवंत, अनिल मेनन और ठाकुर रंजीत सिंह थे. कॉलेज प्राचार्य डॉ अर्चना झा ने विभाग के प्रयासों की सराहना की और धीमी गति से सीखने वालों को सुधारने में मदद करने के लिए उचित कदम उठाने पर जोर दिया और उन्नत शिक्षार्थियों को भी प्रेरित किया.