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साइंस कालेज में वनस्पति विज्ञान पर नवीन शोध एवं नवाचार राष्ट्रीय संगोष्ठी

Jan 23, 2023
National Seminar on Botany at VYT Science College

दुर्ग. शासकीय विश्वनाथ यादव तमस्कर स्वशासी महाविद्यालय द्वारा 17-18 जनवरी को “इन्नोवेशन एंड इमर्जिंग नोबेल रिसर्च इन प्लांट साइंस” IENRPS & 2023 पर दो दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन किया गया. उद्घाटन सत्र में सर्वप्रथम डॉ सुजॉय गुप्ता (Emeritus scientist) बोस इंस्टीट्यूट कोलकाता द्वारा किया गया. पूरे कार्यक्रम में डॉ सतीश कुमार सेन एवं डॉ श्रीराम कुंजाम सहायक आयोजक सचिव के रूप में सराहनीय कार्य किया.
विभागाध्यक्ष डॉ. रंजना श्रीवास्तव एवं सहायक समन्वय प्रोफेसर गायत्री पांडे का विशेष मार्गदर्शन एवं सहयोग रहा. विभाग के डॉ. विजयलक्ष्मी नायडू ने उद्घाटन सत्र का संचालन किया. कॉन्फ्रेंस के सोवेनियर का विमोचन किया गया. डॉक्टर विजय लक्ष्मी नायडू द्वारा द्वारा लिखित “भूपदेवपुर रिजर्व फॉरेस्ट पर जैव विविधता का अध्ययन” नामक किताब का विमोचन प्राचार्य डॉ राजेंद्र चौबे एवं मुख्य अतिथि डॉक्टर सुजोय दास गुप्ता ने किया. मालीक्यूलर जेनेटिक्स एवं बायोटेक्नोलॉजी में जीनोमिक्स एवं प्रोटियोमिक्स को बताया.
डॉक्टर पी.शिव कुमार सिंग ने परंपरागत औषधीय पौधों के महत्वपूर्ण योगदान पर चर्चा की. उन्होंने भारत के प्राचीन औषधि पौधों पर प्रकाश डाला.
डॉ गौरव एस. दवे ने स्मोक वाटर से ग्रीन एवं क्लीन एग्रीकल्चर पर उत्पादन क्षमता पर वैज्ञानिक तरीके से प्रकाश डाला. साथ ही छत्तीसगढ़ के आईजीकेवी के कृषि वैज्ञानिक डॉ एम.पी. ठाकुर द्वारा छत्तीसगढ़ में होने वाले मशरूम एवं उनके उत्पादन के बारे में शोध पत्र पढ़ा.
तत्पश्चात् देश भर से आए हुए अलग-अलग राज्यों से शोधार्थियों के द्वारा शोध पत्र पढ़ा गया. कुल 70 शोध पत्र एवं 60 छात्रों का पोस्टर प्रस्तुतीकरण किया गया. तेलंगाना से पालामुरू विश्वविद्यालय से आए हुए डॉक्टर शिव कुमार सिंह एवं डॉ में. मल्लेशाम द्वारा भी शोध पत्र प्रस्तुत किया गया.
दूसरे दिवस महाविद्यालय के एलुमनी छात्रा डॉक्टर राम नारायण पांडे जो कि एक सफल बंबू एक्सपर्ट बांस प्रौद्योगिकी पर काम करने वाले एक सफल उद्यमकर्ता है. उन्होंने बांस की उपयोगिता उद्यमिता, उत्पादन एवं कैरियर की संभावनाओं पर प्रकाश डाला. पंडित रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय रायपुर के सहायक प्राध्यापक डॉक्टर अफाफ कुरैशी द्वारा केले के पौधों में होने वाले वायरस एवं उनके नियंत्रण के उपाय पर जानकारी दिया. डॉक्टर एस. के साही एसोसिएट प्राध्यापक गुरु घासीदास केंद्रीय विश्वविद्यालय बिलासपुर के द्वारा जैव रिसोर्स की क्षमता, उत्पादन, संरक्षण, कार्यप्रणाली के बारे में विस्तार पूर्वक जानकारी दी. उन्होंने छत्तीसगढ़ एवं भारत के प्राकृतिक संसाधनों एवं उनके संरक्षण पर विशेष प्रकाश डाला. साथ ही आईपीआर पर भी चर्चा की. डॉक्टर नीरज सिंह रॉयल ग्लोबल विश्वविद्यालय आसाम द्वारा आमंत्रित वक्ता के रूप में “रॉलस्टोनिया सोलेनेसीरम” के विषाणुकरण क्षमता एवं उनमें होने वाले वायरस रोगों को बताया। उन्होंने आसाम से ऑनलाइन प्रस्तुतीकरण दिया, साथ डॉक्टर वालिनी जानकी अम्मल कॉलेज शिवाकाशी तमिलनाडु शोध छात्र वेलामनी एवं रोशना के. पी. ने ऑनलाइन शोध पत्र प्रस्तुत किया। पूरे कार्यक्रम में पंडित रविशंकर शुक्ला विश्वविद्यालय के प्राध्यापक डॉ. के.एल. तिवारी, डॉ. एस. के. जाधव डॉक्टर के.के. साहू डॉक्टर अफाक कुरेशी,शासकीय नागार्जुन महाविद्यालय रायपुर के डॉक्टर एन.बी. सिंह, डॉक्टर विमल कन्नुगो, डॉ. सुनीता पात्रा, डॉ. संगीता बाजपेयी डॉ. रूपींदर दीवान, डॉक्टर अविनाश शर्मा, डिग्री गर्ल्स, महाविद्यालय रायपुर के डॉक्टर प्रकाश कौर सलूजा, डॉ अरविंद अग्रवाल भ्त्क्ब्ए च्ज त्ैन् त्ंपचनत डॉक्टर नागेंद्र चंद्रवंशी, तकनीकी विभाग रायपुर, शासकीय दिग्विजय महाविद्यालय राजनांदगांव द्वारा डॉ. प्रमोद महीश, डॉक्टर श्वेता पांडे (टण्ल्ण्ज्.दुर्ग) तकनीकी सत्र में चेयरपर्सन के रूप में रहे। कॉन्फ्रेंस के दौरान सक्रिय रूप से कार्य कर रहे डॉ. मोतीराम साहू ने तकनीकी सत्र का सफल संचालन किया। विभाग के शोध छात्र वसीम अकरम, धनेश्वर प्रसाद, स्वाति अग्रवाल, श्यामू साहू, प्राची गुप्ता, ज्योति दमोहे, मानसी सर्वा, भारती अहिरवार, देवेंद्र निर्मलकर एवं रत्नाकर उपाध्याय, आशा सोनी का विशेष सहयोग रहा। साथ ही एम.एससी. तृतीय सेमेस्टर एवं प्रथम सेमेस्टर के छात्रों का अत्यधिक महत्वपूर्ण योगदान रहा। कार्यक्रम के अंतिम दिवस के समापन समारोह में कार्यक्रम के मुख्य अतिथि के रुप में पधारे डॉक्टर एस. के. शाही सभी अध्यापक वनस्पति विज्ञान विभाग गुरु घासीदास, केंद्रीय विश्वविद्यालय, बिलासपुर छत्तीसगढ़ के बौद्धिक संपदा जल संसाधन क्षमता उनकी उपयोगिता एवं समायोजित पर प्रकाश डाला साथ कार्यक्रम के समापन समारोह में रसायन शास्त्र की अध्यापिका डॉक्टर अनुपमा अस्थाना, भौतिक शास्त्र विभागाध्यक्ष डॉ. जगजीत कौर सलूजा, डॉक्टर अजय सिंह, डॉ. राकेश तिवारी, डॉ. सुचिता शर्मा, प्राचार्य डॉ. राजेंद्र चौबे तथा प्राणीशास्त्र विभाग के डाॅ. उषा साहू , डाॅ. दिव्या कुमुदिनी मिंज, डाॅ. मौसमी डे, डाॅ. संजू सिन्हा एवं डाॅ. अलका मिश्रा उपस्थित रहे एवं कार्यक्रम की सफलता पर वनस्पति विज्ञान विभाग को बधाई दी.

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