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पद्मश्री पंडवानी गायिका उषा बारले ने भारती विवि में साझा किया जीवन

Mar 3, 2023
Padmashree Usha Barle in Bharti University

दुर्गः भारती विश्वविद्यालय में अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस कार्यक्रम समारोहपूर्वक मनाया गया. इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में छत्तीसगढ़ की प्रसिद्ध पण्डवानी गायिका और पद्मश्री अलंकृत श्रीमती उषा बारले उपस्थित थीं. श्रीमती शालिनी चन्द्राकर, डायरेक्टर ने श्रीमती उषा बारले को शाल, श्रीफल और स्मृति चिन्ह भेंटकर सम्मानित किया.
श्रीमती बारले ने अपने जीवन के संघर्षों के बारे में बताया. उन्होंने बताया कि मात्र आठ साल की छोटी सी उम्र से पाण्डवानी सीखा और मंच पर पाण्डवानी गायन करने लगीं. उन्होंने पारिवारिक व सामाजिक संबंधों में आ रही गिरावट पर चिंता व्यक्त की. इस अवसर पर उन्होंने पाण्डवानी में कुंती-गांधारी प्रसंग ‘दुश्मन बैरी रे, मारे बिना तोला नहीं छोडै़’ और पंथी गान ‘तैं तो छोड़े बाबा सादा के झंडा निशानी’ भी प्रस्तुत किया
यह कार्यक्रम हिन्दी विभाग और अंग्रेजी विभाग के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित किया गया. कार्यक्रम का संचालन डाॅ. भावना जंघेल तथा श्रीमती गायत्री गौतम ने व धन्यवाद ज्ञापन डाॅ. निधि वर्मा ने किया. स्वागत भाषण डाॅ. राजश्री नायडू, विभागाध्यक्ष अंग्रेजी विभाग ने किया साथ ही उन्होंने निचले स्तर पर जीवनयापन करने वाली महिलाओं के संघर्ष व जज्बे को उत्कृष्ट बताते हुए उन्हें भी सशक्त महिला की उपमा दी.
हिन्दी विभाग की विभागाध्यक्ष डाॅ. सुमन बालियान ने ‘सशक्त व वूमन एचीवर्स’ पर पीपीटी प्रजेंटेशन के माध्यम से गौरवपूर्ण इतिहास का वर्णन किया. भारती नर्सिंग काॅलेज की प्राधानाचार्य प्रो. लिलि सन्नी ने महिलाओं की शिक्षा व उनके अधिकारों पर अपने विचार रखे.
कार्यक्रम में डाॅ. स्वाती पाण्डेय, प्रोफेसर शिक्षा विभाग, दुर्गा श्रीवास्तव, सहायक प्राध्यापक अंग्रेजी विभाग, डाॅ. गजेन्द्र साहू, इतिहास विभाग, डाॅ. लालेन्द्र कुमार तिवारी, सहायक प्राध्यापक अंग्रेजी विभाग, डाॅ. वन्दना श्रीवास, विभागाध्यक्ष राजनीति विज्ञान विभाग का विशेष सहयोग रहा. इस अवसर पर बड़ी संख्या में विभिन्न संकायों के शिक्षक व छात्र-छात्राएं उपस्थित थे.
यह कार्यक्रम विश्वविद्यालय के कुलाधिपति सुशील चंद्राकर, कुलपति डाॅ. एच.के. पाठक और कुलसचिव डाॅ. वीरेन्द्र कुमार स्वर्णकार की प्रेरणा से आयोजित हुआ.

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