दुर्ग. शासकीय व्ही.वाय.टी. स्नातकोत्तर स्वशासी महाविद्यालय के अर्थ शास्त्र विभाग की छात्र-छात्राओं ने ग्राम चवेली राजनांदगांव स्थित पद्मश्री फूलबासन की स्व सहायता समूह द्वारा संचालित कंपनी का भ्रमण किया. विभाग ने दाे वर्षों के लिए कंपनी के साथ एक एमओयू भी किया. स्व सहायता समूह एवं महाविद्यालय के विद्यार्थी मिलकर विभिन्न गतिविधियों को संचालित करेंगे. श्रीमती फूलबासन ने विद्यार्थियों के साथ अपने सफर को साझा भी किया.
महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ आरएन सिंह ने बताया कि महिला सशक्तिकरण का पर्याय बन चुकी पद्मश्री फूलबासन ने अपने दम पर जिस तरह लगभग दो लाख महिलाओं को अपने स्व सहायता समूह से जोड ़कर प्रदेश एवं देश में जरूरतमंद महिलाओं के लिए एक आर्थिक मिसाल कायम की है वह महाविद्यालय के लिए भी अनुकरणीय है. अर्थशास्त्र के विद्यार्थियों को उनकी कार्यशैली के अध्ययन के लिए भेजने के सकारात्मक परिणाम प्राप्त हुए.
विभागाध्यक्ष डॉ शिखा अग्रवाल ने बताया कि गांव में हमने बमलेश्वरी महिला प्राेड्यूसर कंपनी लिमिटेड ‘गाँववाली’ द्वारा संचालित ग्रामीण उद्योगाें को देखा. मसाला उद्योग, बकरी पालन, मत्स्य पालन एवं डेयरी उद्योग के द्वारा आसपास की महिलाएं किस तरह आर्थिक रूप से सशक्त होकर ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूती दे रही हैं यह देखकर आश्चर्य हुआ.
सन 2001 में गठित मां बमलेश्वरी स्व सहायता समूह आज राजनांदगांव जिले की अधिकांश ग्रामीण महिलाआें को प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष रूप से स्वरोजगार दे रहा है. श्रीमती फूलबासन ने छात्र-छात्राओं को संबोधित करते हुए बताया कि वे किस तरह इतना बड़ा समूह खड़ा कर पायी है. कई देशों की यात्रा कर तथा कौन बनेगा करोड़पति से जीती पचास लाख की धनराशि को अपने समूह में निवेश कर उन्हाेंने महिलाओं के सशक्तिकरण का जो बीड़ा उठाया था उसे आज पूरा करने में वे कामयाब रही हैं.
श्रीमती फूलबासन ने विद्यार्थियों को कौशल विकास एवं उद्यमिता पर प्रेरक व्याख्यान देते हुये खुशी जाहिर की वे एक महाविद्यालय के साथ अपने समूह का साझा समझौता करने जा रही हैं. अर्थ शास्त्र विभाग की प्रोफेसर डॉ. के पद्मावती एवं डॉ. अंशुमाला चंदनगर के विशेष सहयाेग से छात्र-छात्राओं के एक समूह के लिए आयोजित सर्टि फिकेट कोर्स भी संपन्न हुआ.