राजनांदगांव। कॉनफ्लूएस कॉलेज के राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई, यूथ रेड क्रॉस एवं आइ.क्यू.ए.सी प्रकोष्ठ के संयुक्त तत्वाधान में विश्व रक्तदाता दिवस पर सम्मानित किए गए रक्तदाताओं को तथा मनाया गया विश्व रक्तदाता दिवस। रा.से.यो.कार्यक्रम अधिकारी प्रो.विजय मानिकपुरी ने कहा कि रक्तदाताओं को धन्यवाद देने हेतु यह आयोजन किया गया है, क्योंकि यह जीवन बचाते हैं और अधिक लोगों को स्वेच्छा से और नियमित रूप से रक्तदान के लिए प्रेरित करते हैं इसका मुख्य उद्देश्य रक्त देकर किसी जरूरतमंद की मदद करना एवं लोगों में जागरूकता लाना है।
रेखचंद साहू (नर्सिंग विभाग) द्वारा कहा गया कि इसकी शुरुआत 2004 विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा किया गया जो कि देश के पुरुष,महिलाएं एवं स्वयंसेवक जरूरतमंदों को रक्त में प्लाज्मा दान करें जिससे खून की कमी के कारण होने वाले मौत को रोका जा सके।
यूथ रेडक्रास प्रभारी धनंजय साहू ने कहा कि रक्तदान का विशेष महत्व है क्योंकि जब कोई अपना इसकी कमी से जूझता है तब रक्तदाता की याद आती है।
प्राचार्य डॉ.रचना पांडे ने विश्व रक्तदाता दिवस का थीम प्लाज्मा दो, जीवन साझा करो,अक्सर साझा करो, की अपील की तथा किसी की मृत्यु रक्त कमी के कारण नहीं हो आज रक्त और उसके उत्पादों की सुरक्षित और सतत आपूर्ति निर्मित करना भी बेहद जरूरी है, अभी तक ऐसी तकनीक नहीं बनी है जिसे किसी मरीज को खून की कमी हो और उसके लिए खून का निर्माण किया जा सके इसलिए ऐसे जागरूकता अभियान जरूरी है।
महाविद्यालय के डायरेक्टर आशीष अग्रवाल,संजय अग्रवाल,डॉ.मनीष जैन ने संयुक्त रूप से कहा कि विश्व रक्तदाता दिवस मनाने की परंपरा बहुत ही कारगर साबित हो सकती है यदिलोगो में जागरुकता आती रहें ऐसे आयोजन से विद्यार्थी प्रेरित होंगे जिससे वह परिवार को भी प्रेरित करेंगे।
अभियान में शपथ लेने हेतु महाविद्यालय के प्राध्यापक राधेलाल देवांगन, अमन गंगबोईर, साक्षी जैन, मयंक देवांगन,आभा प्रजापति ओम महोबिया, आनंद रामटेके सहित महाविद्यालय के नर्सिंग विद्यार्थी तथा चतुर्थ वर्ग कर्मचारियों ने शपथ लिया।