एमजे कालेज में अंतरराष्ट्रीय योग दिवस का आयोजन
भिलाई। ब्रह्मकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय की ध्यान शिक्षिका ब्रह्मकुमारी प्राचीदीदी ने आज कहा कि शरीर विज्ञान के बारे में तो हम सभी जानते हैं. बीमार पड़ने पर डाक्टर के पास चले भी जाते हैं. पर मन की व्याधियों को हम समझ नहीं पाते. व्यग्रता, उग्रता, चिड़चिड़ापन सभी का जन्म बीमार मन से होता है. योग दिवस पर हमें अपने शरीर के साथ ही मन को भी स्वस्थ रखने का प्रण लेना चाहिए.
ब्रह्मकुमारी प्राची दीदी एमजे कालेज में आयोजित योग दिवस पर विद्यार्थियों को संबोधित कर रही थीं. इससे पहले विद्यार्थियों ने प्रोटोकॉल के तहत योग का अभ्यास भी किया. प्राची दीदी ने कहा कि जिस तरह कम्प्यूटर और मोबाइल फोन का एक हिस्सा हार्डवेयर होता है तथा दूसरा साफ्टवेयर. हार्डवेयर के साथ ही साफ्टवेयर का भी सही होना जरूरी है वरना सिस्टम बार-बार हैंग हो जाएगा.
प्राची दीदी ने कहा कि मन से सभी तरह के नेगेटिव विचारों और स्मृतियों को निकाल कर हम मन को भी शुद्ध कर सकते हैं. राज योग आपका परिचय स्वयं से करवाता है. आपको ईश्वर की परमसत्ता से जोड़ता है. ईश्वर ही आपका सबसे अच्छा दोस्त और मार्गदर्शक होता है. उन्होंने विद्यार्थियों से मन को एकाग्रचित्त करने के कुछ अभ्यास भी कराए.
योग दिवस के थीम की चर्चा करते हुए आरंभ में सहा. प्राध्यापक दीपक रंजन दास ने कहा कि इस वर्ष का थीम “वसुधैव कुटुम्बकम” है. यह सिद्धांत हमें धरती पर रहने वाले पशु, पक्षी, कीट-पतंगे, मनुष्य एवं वनस्पति को एक ही परिवार का सदस्य समझने के लिए प्रेरित करता है. यह भारतीय दर्शन है जो सबको साथ लेकर चलता है.
इस अवसर पर एमजे समूह की निदेशक डॉ श्रीलेखा विरुलकर, एमजे कालेज ऑफ नर्सिंग के प्राचार्य प्रो. डैनियल तमिल सेलवन, उप प्राचार्य सिजी थॉमस, एमजे कॉलेज के प्राचार्य डॉ अनिल कुमार चौबे, एनएसएस अधिकारी शकुंतला जलकारे, फार्मेसी कालेज के एनएसएस अधिकारी पंकज साहू, प्रतीक्षा फुलझेले, राहुल सिंह, मोनिका एस, प्रीति अनंत, नेहा देवांगन सहित तीनों महाविद्यालयों के विद्यार्थी बड़ी संख्या में उपस्थित थे.