भिलाई। एमजे कालेज में नवप्रवेशित विद्यार्थियों के लिए एमजे कालेज द्वारा तीन दिवसीय इंडक्शन-ओरिएंटेशन प्रोग्राम की शुरुआत आज हुई. महाविद्यालय की निदेशक ड़ॉ श्रीलेखा विरुलकर की प्रेरणा से किये गये इस आयोजन में महाविद्यालय की रासेयो इकाई द्वारा कारगिल विजय दिवस भी मनाया गया. रासेयो के वरिष्ठ स्वयंसेवक एवं प्रशिक्षु सहायक प्राध्यापक विशाल कुमार सोनी ने सभी उपस्थित जनों को देश की एकता, अखंडता, सुरक्षा आदि के प्रति सचेष्ट रहने की शपथ दिलाई.
इस अवसर पर विद्यार्थियों एवं अध्यापकवृंद को संबोधित करते हुए महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ अनिल कुमार चौबे ने बताया कि कारगिल युद्ध के दौरान भारतीय सेना को कई चुनौतियों का सामना करना पड़ा. ठंड में उन ऊंचाईयों पर युद्ध करने के लिए हमें लॉजिस्टिक सपोर्ट की जरूरत थी. अमेरिका ने भी ऐसे आड़े वक्त में भारत की कोई मदद नहीं की. उसने जीपीएस डेटा शेयर करने से इंकार कर दिया. पहली बार भारत ने यह महसूस किया कि हमें सभी मामलों में आत्मनिर्भर बनने की जरूरत है. अब भारत NavIC “नाविक” के द्वारा इस चुनौती को पार कर लिया है. नाविक भी जीपीएस की तरह ही सटीक लोकेशन बताने में सक्षम है जो सेना के लिए भी एक बेहतरीन लॉजिस्टिक सपोर्ट साबित हो रहा है. चंद्रयान के साथ ही देश ने एक और महत्वपूर्ण पड़ाव हासिल कर लिया है.
उन्होंने विद्यार्थियों से कहा कि जीवन में घटित होने वाली प्रत्येक घटना हमें कोई न कोई सबक सिखा जाती हैं. हम इन अनुभवों का यदि समय पर विश्लेषण कर लें तो आगे की रणनीति बनाने में सहूलियत होती है. विद्यार्थी जीवन भी ऐसा ही है. निरंतर प्रयत्न करें, इससे मिलने वाले अनुभवों के आधार पर आत्ममंथन करें और अपने लिए नई दिशा निर्धारित कर लें. उन्होंने सभी विद्यार्थियों को लक्ष्य निर्धारित कर प्रयास तेज करने की सलाह दी.
उप प्राचार्य एवं शिक्षा संकाय की अध्यक्ष डॉ श्वेता भाटिया ने इस अवसर पर विद्यार्थियों को नियमित रूप से महाविद्यालय आने के लिए प्रेरित किया. उन्होंने कहा कि महाविद्यालय जीवन में मिलने वाले पथ प्रदर्शक, मेन्टॉर और नए दोस्त आपको आगे के जीवन के लिए बेहतर ढंग से तैयार कर देते हैं.
कार्यक्रम को बायो टेक्नोलॉजी की विभागाध्यक्ष सलोनी बासु, गणित की विभागाध्यक्ष रजनी कुमारी, वाणिज्य एवं प्रबंधन विभाग के एचओडी विकास सेजपाल ने भी संबोधित किया. संचालन दीपक रंजन दास ने किया.