भिलाई। 26 जुलाई को इंदिरा गाँधी शासकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय वैशालीनगर में ‘कारगिल विजय दिवस’ कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का संचालन सब लेफ्टिनेंट महेश कुमार अलेंद्र ने महाविद्यालय की प्राचार्य डॉ. अल्का मेश्राम एवं हिन्दी विभागाध्यक्ष डॉ. कैलाश शर्मा के मार्गदर्शन में कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम के मुख्य वक्ता प्रभारी प्राचार्य व हिंदी विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. कैलाश शर्मा ने कारगिल में हुई घटनाओं का वर्णन करते हुए कहा- यह 3 मई 1999 से 26 जुलाई 1999 तक ये लगभग 60 दिन चलने वाले भीषण युद्ध में भारतीय सैनिकों ने अपने शौर्य और बलिदान से पाकिस्तानी सैनिकों मार भगाकर जीत हासिल की। पाक सेना ने भारतीय क्षेत्र कारगिल, द्रास सेक्टर, बटालिक सेक्टर में घुसपैठ कर कब्जा कर लिया था। इस कब्जे को छुड़ाने के लिए भारतीय थल सेना ने आपरेशन विजय चलाया। वायुसेना ने आपरेशन सफेद सागर व नेवी ने आपरेशन तलवार चलाकर पाक सैनिकों, घुसपैठियों को मार भगाया और साथ ही पाकिस्तान की अर्थव्यस्था को भी भारी क्षति पहुचाई। अंत में एनसीसी के कैडेट्स को देश सेवा में भागीदार बनने के लिए प्रेरित किया।
भूगोल विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. संजय दास ने कारगिल युद्ध की घटनाओं को भौगोलिक मानचित्र के माध्यम से छात्र-छात्राओं व एनसीसी कैडेट्स को जानकारी देते हुए कहा- यह भारत के जम्मू-कश्मीर राज्य के पाक अधिकृत हिमालय पर्वत में हुई। जिसे भारतीय सैनिकों ने 4000 फिट की ऊंचाई को पार कर घुसपैठियों को मार भगाया। इस दुर्गम पहाड़ी स्थान, प्रतिकूल भौगोलिक स्थिति में भी अदम्य साहस दिखाने वाले केप्टन विक्रम बत्रा इत्यादि भारतीय सैनिकों की विजय गाथा है।
कार्यक्रम में उपस्थित महविद्यालय के समस्त प्राध्यापक डॉ. सुशीला शर्मा, डॉ. किरण रामटेके, डॉ. कौशल्या शास्त्री, डॉ. भूमिराज पटेल, डॉ. अजय मनहर, डॉ. चांदनी मरकाम, डॉ. सुरेश ठाकुर व 40 छात्र-छात्रायें और एनसीसी के कैडेट्स प्रति धन्यवाद ज्ञापन किया।