भिलाई। श्री शंकराचार्य महाविद्यालय के हिंदी विभाग द्वारा तुलसी जयंती का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का प्रारंभ मां सरस्वती को माल्यार्पण कर महाविद्यालय के डीन, अकादमिक डॉ जे. दुर्गा प्रसाद राव एवं महाविद्यालय की प्राचार्य डॉ अर्चना झा ने किया. हिन्दी की विभागाध्यक्ष डॉ श्रद्धा मिश्रा ने बताया कि श्री रामचरितमानस में शिक्षा धर्म अर्थ वेद संस्कृति सभी समाया हुआ है अतः इस ग्रंथ का अध्ययन प्रत्येक विद्यार्थियों को अनिवार्य रूप से करना चाहिए।
महाविद्यालय के छात्र मोहम्मद फैयाज (बी.ए. अंतिम वर्ष) ने तुलसी चरित्र पर अपना व्याख्यान दिया। महाविद्यालय की छात्रा रक्षा बिसेन (बी.एस.सी. अंतिम वर्ष) विषय में तुलसीदास द्वारा रचित समस्त रचनाओं एवं ग्रंथों का एक सार गर्वित व्याख्यान अपने शब्दों में प्रदान किया।
इस कार्यक्रम के आयोजन हेतु महाविद्यालय के डीन, अकादमिक डॉक्टर जे. दुर्गा प्रसाद राव ने अपने वक्तव्य में यह कहां कि तुलसी पावन संत थे एवं हमें उनके चरित्र के कुछ अंश ही सही, अवश्य अपनाना चाहिए।
महाविद्यालय की प्राचार्य डॉ अर्चना झा ने कहा की, तुलसीदास का चरित्र गागर में सागर की भांति है इसे पढ़कर हमारे ज्ञान चक्षु खुल जाएंगे एवं हम अपने उद्देश्य की प्राप्ति में अवश्य सफल होंगे। कार्यक्रम का संचालन एवं धन्यवाद ज्ञापन डॉ श्रद्धा मिश्रा ने किया। महाविद्यालय के डीन, अकादमिक एवं प्राचार्य महोदय ने हिंदी विभाग को कार्यक्रम की सफलता हेतु बहुत-बहुत बधाई दी इस कार्यक्रम में महाविद्यालय के समस्त प्राध्यापक उपस्थित थे।