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साइंस कालेज में परसाईं के जन्म शताब्दी वर्ष पर व्याख्यान

Aug 28, 2023
Birth Centernary of Parsai observed in Science College

दुर्ग. शासकीय विश्वनाथ यादव तमस्कर स्वशासी विद्यालय के हिंदी विभाग द्वारा व्यंग्यकार हरिशंकर परसाई के जन्म शताब्दी के अवसर पर ‘हरिशंकर परसाई के व्यंग्य साहित्य’ पर केंद्रित व्याख्यान का आयोजन महाविद्यालय के विवेकानंद सभागार में किया गया। औपचारिक उद्घाटन के पश्चात् कार्यक्रम के मुख्य वक्ता डाॅ. विनोद साव के नव प्रकाशित संग्रह ष्विनोद साव की चयनित व्यंग्य रचनाएँष् का विमोचन मंचस्थ अतिथियों द्वारा किया गया।
अपने स्वागत उद्बोधन में हिंदी विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. अभिनेष सुराना में परसाई जी के रचना संसार पर प्रकाश डालते हुए कहा कि परसाई जी हिंदी के पहले रचनाकार थे जिन्होंने व्यंग्य को विधा का दर्जा दिलाया। उनकी रचनाएँ सामाजिक पाखंड और रूढ़िवाद की खिल्ली उड़ाते हुए विवेक और विज्ञान सम्मत दृष्टि को सकारात्मक रूप से प्रस्तुत करती है।
डॉ. जय प्रकाश ने अपने वक्तव्य में बताया कि सबसे अधिक पढ़े जाने वाले लेखकों में प्रेमचंद एवं परसाई की गणना की जाती है। उनके लेखो में उनके प्रतिकार का रूप स्पष्ट दिखलाई देता है। उनकी रचनाएँ नश्तर की भाँति चुभने वाली हैं। अपनी रचना के माध्यम से परसाई जी जनता से सीधे संवाद करते थे।
हिंदी विभाग की वरिष्ठ प्राध्यापिका बलजीत कौर ने मुख्य वक्ता विनोद साव का परिचय दिया । अपने वक्तत्व में अतिथि वक्ता विनोद साव ने हिंदी व्यंग्य एवं हरिशंकर परसाई पर अपने विचार रखते हुए कहा कि परसाई के लेखन में जीवन अनुभव के अनेक सूत्र भरे हैं, इसलिए वे सामान्य पाठको को भी आकर्षित करते हैं। हिंदी भाषियों के लिए गर्व की बात है कि दुनिया की किसी भी भाषा में परसाई जैसा समर्थ व्यंग्यधकार नहीं हुआ। वे छोटी रचनाएँ लिखकर बड़े रचनाकार हुए। अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ.आर.एन. सिंह ने परसाई जी से जुड़े अपने जीवन संस्मरणों की चर्चा करतेे हुए जानकारी दी कि सागर विश्वविद्यालय में अध्ययन के दौरान परसाई जी के साथ टहलते-घूमते उनके विचारों एवं साहित्य से परिचय प्राप्त करने का अवसर मिला। वे प्रतिकार के रचनाकार थे।
इस अवसर पर महाविद्यालय के भूतपूर्व छात्र अजय साहू को महाविद्यालय परिवार द्वारा सम्मान हेतु आमंत्रित किया गया था। अजय साहू का परिचय देते हुए उनके मित्र एवं महाविद्यालय के व्याख्याता डॉ. रजनीष उमरे ने जानकारी दी कि श्री साहू का चयन रूस की राजधानी मास्को में तीन वर्षों के लिए हिंदी अध्यापक के रूप में केंद्रीय विद्यालय संगठन नई दिल्ली द्वारा किया गया है। यह महाविद्यालय के साथ-साथ दुर्ग शहर और पूरे छत्तीसगढ़ के लिए गौरव का विषय है।
उक्त कार्यक्रम में महाविद्यालय के शोधार्थी एवं स्नातकोत्तर विद्यार्थियों ने भी परसाई जी पर अपना मंतव्य रखा। कार्यक्रम में प्रमुख रूप से प्राध्यापक ओमकुमारी देवांगन, सरिता मिश्रा, प्रियंका यादव, शारदा सिंह, लता गोस्वामी के साथ बड़ी संख्या में शोधार्थी एवं विद्यार्थी उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन डॉ. कृष्णा चटजी ने एवं आभार प्रदर्शन अन्नपूर्णा महतो ने किया।

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