भिलाई। छत्तीसगढ़ नर्सिंग काउंसिल की कुलसचिव दुर्गावती कुंजाम ने आज विद्यार्थियों से कहा कि आप सभी के मन में कुछ न कुछ बनने की इच्छा जरूर होगी. पर याद रखें कि केवल इच्छा रखने से ही कोई सपना पूरा नहीं होता बल्कि उसके लिए कड़ी मेहनत करनी होती है. कुलसचिव एमजे कालेज ऑफ नर्सिंग में आयोजित प्रथम दीक्षांत समारोह को संबोधित कर रही थीं.
श्रीमती कुंजाम ने अपने जीवन का उदाहरण देते हुए कहा कि उन्होंने मामूली शिक्षा के साथ बहुत छोटे स्तर से काम करना शुरू किया पर अपने काम को हमेशा गंभीरता से लिया और पूरी ईमानदारी के साथ करती रहीं. यही कारण है कि आज वे इस पद तक पहुंच पाई हैं. उन्होंने छात्राओं को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि हमेशा यह सोचकर काम करें कि अपने परिवार और अपने कॉलेज का नाम रौशन करना है. उन्होंने नर्सों को कर्तव्यनिष्ठा और कर्तव्यपरायणता की शपथ भी दिलाई.
इससे पहले समारोह को संबोधित करते हुए एमजे ग्रुप ऑफ एजुकेशन की डायरेक्टर डॉ श्रीलेखा विरुलकर ने कहा कि जितना आप समाज को देते हैं, वही कई गुना होकर लौट कर आप तक आता है. पेनिसिलिन के आविष्कारक अलेक्जेंडर फ्लेमिंग का उदाहरण दिया. उन्होंने बताया कि फ्लेमिंग के पिता ने एक बार दलदल में डूब रहे एक बच्चे की जान बचाई थी. उस बच्चे के पिता एक रईस थे. कृतज्ञतावश उन्होंने फ्लेमिंग की शिक्षा दीक्षा की जिम्मेदारी अपने ऊपर ले ली. इसे फ्लेमिंग ने आगे चलकर पेनिसिलिन की खोज की जो दशकों तक लाखों-करोड़ों लोगों की जान बचाता रहा. उन्होंने विद्यार्थियों से कहा कि इसलिए अपने काम को पूरी निष्ठा और लगन के साथ करें. इसका लाभ अवश्य मिलेगा.
आरंभ में स्वागत भाषण देते हुए महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो. डैनियल तमिल सेलवन ने प्रथम दीक्षांत समारोह की रूपरेखा पर संक्षिप्त चर्चा की. उन्होंने डिग्री लेकर महाविद्यालय से जाने वाले विद्यार्थियों को बेहतर भविष्य के लिए अपनी शुभकामनाएं दीं. उन्होंने नर्सिंग काउंसिल की कुलसचिव के प्रति भी कृतज्ञता व्यक्त की जिन्होंने स्वास्थ्यगत परेशानियों के बावजूद इस कार्यक्रम के लिए समय निकाला.
इस अवसर पर एमजे समूह की निदेशक भूमिका गुप्ता, एमजे कॉलेज के प्राचार्य डॉ अनिल चौबे, फार्मेसी कॉलेज के प्रभारी प्राचार्य राहुल सिंह सहित तीनों महाविद्यालयों के प्राध्यापकगण मौजूद थे।
अंत में धन्यवाद ज्ञापन महाविद्यालय की उप प्राचार्य सिजी थॉमस ने किया. संचालन सहायक प्राध्यापक ममता सिन्हा एवं प्रीति अनन्त ने किया. पुरस्कार विजेताओं के नामों की घोषणा सहायक प्राध्यापक शिखा मार्टिन ने किया. इस अवसर पर विशेष योग्यता के साथ बीएससी नर्सिंग की उपाधि हासिल करने वाले विद्यार्थियों को पारितोषिक एवं स्मृतिचिन्ह से सम्मानित किया गया. महाविद्यालय की छात्राओं ने रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किये. अतिथियों का स्वागत छत्तीसगढ़ी गमछा पहनाकर किया गया.