दुर्ग। भिलाई इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी के प्रबंधन छात्रों के संगठन द्वारा जूनियर एवम सीनियर छात्रों के लिए कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस अवसर पर सांस्कृतिक कार्यक्रम के अलावा पुस्तक पर परिचर्चा की गई। संगठन के प्रभारी प्रो. श्रवण पांडे ने बताया कि इस तरह के कार्यक्रम से सीनियर एवं जूनियर छात्रों के बीच रिश्ते तो बनते ही हैं साथ ही साथ ज्ञान अर्जन भी होता है।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि विकास नशीने, जीएम, भिलाई इस्पात संयंत्र जो कि प्रबंधन विभाग के भूतपूर्व छात्र भी हैं, ने विभाग को 52 पुस्तक सौंपी। उन्होंने अपने संबोधन में पुस्तकों के महत्व को आज के युग में बढ़ते मानसिक तनाव हेतु दवा के रूप में बताया।
विभागध्यक्ष डाक्टर सत्यवर्धन तिवारी ने छात्रों को पुस्तकों से दोस्ती करने की बात कही। साथ ही साथ उन्होंने यह भी कहा कि शिक्षण अधिगम प्रक्रिया आपके जीवन भर चलने वाली है, इसके लिए आपको पुस्तकों से जुड़े रहना अति आवश्यक है।
प्राचार्य डॉ. अरुण अरोरा ने कार्यक्रम की सराहना करते हुए कहा कि बीआईटी का वातावरण हमेशा स्वस्थ रहा है और यही कारण है कि भूतपूर्व छात्र कॉलेज से जुड़े रहते हैं और अपने अनुभव का हस्तांतरण करते रहते हैं ।जिससे वर्तमान विद्यार्थियों को सीखने की प्रेरणा मिलती रहती है।
इस कार्यक्रम के दौरान भूतपूर्व छात्र देशना गर्ग, युग जेतवा एवं अनूप वैष्णव ने भी बीआईटी से नौकरी तक के अनुभव को छात्रों के साथ साझा किया। कार्यक्रम के दौरान प्रबंधन खेल के दर्जनों विजेताओं को पुरस्कृत भी किया गया। जिसमें तृतीय सेमेस्टर की अदिति को अनुशासित छात्रा, शिवानी को व्यवहार निपुण एवं चंदन प्रजापति को सामाजिक सक्रियता के लिए पुरस्कृत किया गया।
इस अवसर पर प्रबंधन विभाग के प्राध्यापक, प्रथम एवं तृतीय सेमेस्टर के छात्र उपस्थित रहे। यंग मैनेजर संगठन के छात्र प्रभारी अभिषेक, मयूरी, ऋषभ, प्रीति, अदिति एवं तरुण का योगदान सराहनीय था।