अंडा, दुर्ग। शैलदेवी महाविद्यालय में 11 अक्टूबर अंतरराष्ट्रीय बालिका दिवस के अवसर पर शिक्षा विभाग द्वारा एक विशेषज्ञ व्याख्यान का आयोजन किया गया। जिसका विषय “महिला और आत्म सुरक्षा” था। इस व्याख्यान में मुख्य वक्ता के रूप में दुर्ग जिला अधिवक्ता संघ के अध्यक्ष नीता जैन उपस्थित हुई. उन्होंने अपने उद्बोधन में महिलाओं के सशक्तिकरण को लेकर बहुत सी अहम बातें बताई और उन्होंने कहा “यत्र नारी पूज्यंते तत्र रमंते देवता” अर्थात जिस स्थान पर नारी का सम्मान होता है वहां पर स्वयं देवता निवास करते हैं।
इस प्रकार उन्होंने नारी सुरक्षा और उनके हित पर बल दिया। उन्होंने वर्तमान परिपेक्ष में नारी सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए कहा की नारियों की सुरक्षा के लिए कानून की धाराएं और सशक्त होनी चाहिए साथ ही अधिक से अधिक उनको सुरक्षा देने वाले कानूनों का निर्माण होना चाहिए। नारी चाहे घर अथवा कार्यालय में हो अपनी सुरक्षा और अधिकारों के प्रति सजग रहें । यदि परिवार या समाज उसे किसी भी प्रकार से शारीरिक, मानसिक या आर्थिक रूप में प्रताड़ित करने का प्रयास करे तो बिना किसी भय के उचित कानूनी सलाह लेने से पीछे न हटें। इस प्रकार उन्होंने नारी सशक्तिकरण से जुड़े और बहुत सी सारगर्भित बातें कही। अंत में महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. के. एन. मिश्रा ने नारी सुरक्षा के विषय में चर्चा करते हुए मुख्य वक्ता का आभार व्यक्त किया। मंच संचालन श्री श्यामसुंदर पटनायक सहा. प्राध्यापक, शिक्षा विभाग ने किया।