भिलाई। संजय रूंगटा ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस के तत्वावधान में संचालित आरएसआर-रुंगटा कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी (आरएसआर-आरसीईटी) को ‘मिशन अमृत सरोवर-जल धरोहर संरक्षण’ की एक परियोजना मिली है, जिसे आवास और शहरी मामलों के मंत्रालय (एमओएचयूए) द्वारा लॉन्च किया गया है। इस परियोजना के तहत संस्थान को ‘बापू सरोवर तालाब’ आवंटित किया गया है।
इस परियोजना में संस्थान के नोडल अधिकारी प्रदीप कुमार निर्मल के साथ 15 छात्रों की एक टीम बनाई गई है। भारत सरकार ने युवाओं और समुदाय को शामिल करके शहरों की जल सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए पारंपरिक जल निकायों की रक्षा के लिए माननीय प्रधान मंत्री की योजना को ध्यान में रखते हुए ‘मिशन अमृत सरोवर-जल धरोहर संरक्षण’ शुरू किया है।
आवासन और शहरी कार्य मंत्रालय, भारत सरकार ने राज्यों द्वारा सुझाए गए कुछ सांस्कृतिक और ऐतिहासिक रूप से महत्वपूर्ण जल निकायों की मैपिंग की है और उन्हें पास के प्रमुख शैक्षणिक संस्थानों के साथ टैग करना प्रस्तावित है। इसी कड़ी में आरएसआर-आरसीईटी को बापू सरोवर से जोड़ा गया है। कॉलेज के छात्र इतिहास, स्थानिक-अस्थायी विश्लेषण, जल विज्ञान संबंधी अध्ययन, जलग्रहण क्षेत्रों के संरक्षण, जल निकाय और उसके आसपास के मानचित्र तैयार करने, जल निकाय के सार को पकड़ने वाली तस्वीरें लेने तथा फिर से परिकल्पना करने के लिए जल निकाय का दौरा करेंगे।
इस अवसर पर चेयरमैन संजय रूंगटा, डायरेक्टर साकेत रूंगटा, ग्रुप डायरेक्टर डॉ. पीयूष कांत पांडे, असिस्टैंट डायरेक्टर शाजिद अंसारी और प्रिंसिपल डॉ. पंकज अग्रवाल ने छात्रों को इस शानदार उपलब्धि के लिए बधाई दी.