दुर्ग। भारती विश्वविद्यालय में शिक्षा विभाग एवं आन्तरिक परिवाद समिति के संयुक्त तत्वावधान में विश्व जल संरक्षण दिवस के तहत शासन द्वारा चलाये जा रहे जल संरक्षण के प्रचार-प्रसार एवं जागरूकता हेतु ‘जल ही जीवन है’ विषय पर रंगोली प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। इस प्रतियोगिता में छात्र-छात्राओं ने बढ़-चढ़कर भाग लेकर सराहनीय रंगोली तैयारी की। इन रंगोलियों के माध्यम से जल संरक्षण का संदेश जन-जन तक पहुंचाने के उद्देश्य में वे सफल रहे।
कुलपति सुशील चंद्राकर, उप-कुलपति डाॅ. आलोक भट्ट प्रेरणा से आयोजित इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में विश्वविद्यालय के कुलसचिव डाॅ. वीरेन्द्र कुमार स्वर्णकार उपस्थित थे। उन्होंने विद्यार्थियों द्वारा तैयार की गई रंगोली का अवलोकन किया और विद्यार्थियों के प्रयासों की सराहना की। अपने उद्बोधन में डाॅ. स्वर्णकार ने कहा कि शैक्षणिक पाठ्यक्रम में सह-पाठ्यचर्या गतिविधियों का बहुत महत्व होता है। इससे विद्यार्थियों की प्रतिभा एवं व्यक्तित्व में निखार आता है। उन्होंने भविष्य में इसी तरह की और भी गतिविधियों के आयोजन हेतु निर्देश दिये। प्रतियोगिता के निर्णायक मण्डल में डाॅ. सुमन बालियान एवं डाॅ. भावना जंघेल शामिल थीं। प्रतियोगिता में प्रथम स्थान त्रिलोचन वर्मा, द्वितीय स्थान एकता एवं तृतीय स्थान भोलाराम ने प्राप्त किया। कार्यक्रम का संचालन डाॅ. मंजू साहू ने किया। कार्यक्रम का संयोजन आंतरिक परिवाद समिति के समन्वयक डाॅ. जे.पी. कन्नौजे, डाॅ. स्वाति पाण्डेय एवं डाॅ. मनोज मौर्य के सहयोग से हुआ। इस अवसर पर नीलम त्रेहान, हेमलता चन्द्राकर, डाॅ. गायत्री गौतम, दुर्गा श्रीवास्तव, प्रभागिरी, डाॅ. गुरु सरन लाल सहित बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं उपस्थित थे।