भिलाई। आज की तेज रफ्तार एवं भागमभाग भरी जिंदगी में दुर्घटनाओं से कैसे बचा जाए एवं हादसा होने पर व्यक्ति को प्राथमिक उपचार कैसे प्रदान किया जाए। उक्त सन्दर्भ में सुरक्षा के भिन्न-भिन्न उपायों से संबंधित कार्यशाला का एक दिवसीय आयोजन समाधान कल्याण एवं अनुसंधान समिति छत्तीसगढ़ की ओर से बीएसपी सीनियर सेकेण्डरी स्कूल सेक्टर-4 में किया गया। [More]
शाला की प्राचार्या श्रीमती जॉली मथाई ने अतिथियों का परिचय कराया एवं छात्रों का आहवान किया कि उक्त कार्यशाला का अधिकतम लाभ उठाएं। भारत सरकार के गृह मंत्रालय से संबद्ध नागरिक सुरक्षा संगठन के सदस्यों की ओर से छात्र-छात्राओं को हादसा होने पर एंबुलेन्स के आने तक घायल की स्थिति को नियंत्रण में रखने के लिए आवश्यक प्राथमिक उपचार की अनेक विधियों की सैद्धान्तिक एवं प्रायोगिक जानकारी दी गई।
दुर्घटना होने पर खून बहने को नियंत्रित करना, हड्डी टूटने पर, जलने पर, बेहोश होने पर, हार्ट अटैक होने पर, प्राथमिक उपचार की जानकारियाँ दी गई तथा प्रथमोपचार के अलग-अलग तरीके बताए गए।
घायल को उठाने के लिए वहाँ उपलब्ध साधनों से स्ट्रेचर बनाने के अलग-अलग तरीके बताए गये। 5/6 फुट लम्बे दो डण्डों, पाइप, बांस के टुकड़ो के द्वारा चादर, टेबल क्लाथ, परदा, अनाज रखने के दो बोरे, लुंगी, साड़ी, चार-पाँच शर्ट इत्यादि से स्ट्रेचर बनाकर घायल को दुर्घटना स्थल से एंबुलेन्स तक लाने के सुरक्षित तरीकों का प्रदर्शन किया गया। साथ-साथ ही रस्सी को विभिन्न स्थितियों में कैसे सुरक्षा उपायों में उपयोग कर सकते हैं। इसकी जानकारी दी गई।
भिलाई इस्पात संयंत्र की ओर से सेवानिवृत्त स्टॉफ अफिसर मनमोहन शर्मा, रमेश टहनगुरिया तथा दामोदर मुदाफुरे द्वारा व्याख्यान एवं प्रदर्शनकार्य सम्पन्न कराया गया।
उक्त अवसर पर बीएसपी की हायर सेकेण्ड्री स्कूल, सेक्टर 1, सेक्टर 2, सेक्टर 4, सेक्टर 7, सेक्टर 8, सेक्टर 11 के बालक एवं बालिकाएं शाला की लगभग 175 छात्रा-छात्राएं एवं शिक्षक उपस्थित थे। कार्यक्रम को सफल बनाने में शाला के शिक्षक जीएल साहू, एसके पिल्ले, हेमन्त चैधरी ने बहुत सहयोग किया। शिक्षक एसके नागले ने धन्यवाद ज्ञापन किया।
– रमेश टहनगुरिया : 9907197597, 9425557779