दुर्ग। चंदूलाल मेडिकल कॉलेज मचांदुर एवं शंकराचार्य चिकित्सालय जुनवानी में राष्ट्रीय कार्यक्रमों के तहत अब मुफ्त इलाज होगा। जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक में इसे पारित कर दिया गया। इसे राज्य शासन से मंजूरी मिल गई है। कलेक्टर आर शंगीता ने आदेश को क्रियाशील कर दिया है। दुर्ग प्रदेश का पहला ऐसा जिला है, जहां राष्ट्रीय कार्यक्रमों के तहत सरकारी अस्पताल के अलावा दो निजी बड़े अस्पतालों में मुफ्त इलाज की सुविधा शुरू की गई है। इन दोनों अस्पतालों में जननी सुरक्षा योजना के तहत प्रसव, मोतियाबिंद के ऑपरेशन, महिला एवं पुरुष नसबंदी परिवार नियोजन कार्यक्रम, क्षय रोग के तहत मरीजों का इलाज, शिशु संरक्षण कार्यक्रम के तहत टीकाकरण बच्चों का इलाज कुष्ठ मरीजों का इलाज, आपरेशन से प्रसव। >>>
स्वास्थ्य विभाग के जिला परियोजना अधिकारी संदीप ताम्रकार ने बताया कि चंदूलाल मेडिकल कॉलेज एवं शंकराचार्य हॉस्पिटल में राष्ट्रीय कार्यक्रमों के लिए बेहतर सुविधाएं उपलब्ध हैं। हर कोई वहां जाकर मुफ्त में इलाज करा सकेगा। इसके अलावा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में ब्लड स्टोरेज सेंटर बड़ी उपलब्धि होगी। स्टेरिलाइजेशन डिपार्टमेंट की स्थापना जिला अस्पताल में ट्रीटमेंट सुधरेगा। जिले की स्वास्थ्य सुविधाएं सुधारने के नाम पर करीब 34 करोड़ की कार्ययोजना बनाई गई है। इसमें उतई अहिवारा में भी सीजर से प्रसव की सुविधा उपलब्ध कराने की व्यवस्था की जानी है। वर्तमान में जिला अस्पताल शास्त्री अस्पताल सुपेला के अलावा धमधा में यह सुविधा उपलब्ध है। इसके अलावा सभी आठ सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र उतई, पाटन, निकुम, उतई, अहिवारा, धमधा, कुम्हारी सहित एक अन्य में ब्लड स्टोरेज सेंटर बनाया जाना है। 21 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों को 24 घंटे खोलने की तैयारी है।
कैसे मिलेगी सुविधा
सरकारी अस्पताल में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत राष्ट्रीय कार्यक्रमों में मुफ्त इलाज की सुविधा है। सरकारी अस्पतालों से रिफर कराकर इन निजी सेंटरों में इलाज कराया जा सकता है। मरीज सीधे भी भर्ती हो सकते है। भर्ती होने के बाद हॉस्पिटल संचालक को इसकी जानकारी स्वास्थ्य विभाग को देनी होगी। वहां से अनुमति के साथ सारी सुविधाएं मिलने लगेंगी। वहां इलाज का खर्च स्वास्थ्य विभाग हॉस्पिटल को देगी। भुगतान सरकारी दर पर पहले से ही तय है।