जिनेवा। दुनिया भर में आॅपरेशन के जरिए प्रसव के चलन पर चिंता जताते हुए विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने सलाह दी है कि यह प्रक्रिया तभी अपनाई जाए जब मेडिकल तौर पर जरूरी हो। डब्ल्यूएचओ ने साफ किया कि आॅपरेशन के जरिए होने वाले प्रसव का मां और बच्चे पर नुकसानदेह असर होता है। डब्ल्यूएचओ में रिप्रॉडक्टिव हेल्थ ऐंड रिसर्च की डायरेक्टर मेर्लिन टिमरमैन ने कहा, ‘कई विकासशील एवं विकसित देशों में आॅपरेशन के जरिए प्रसव की महामारी देखी जा रही है और हम देखते हैं कि ऐसे मामलों में भी आॅपरेशन कर दिए जाते हैं जहां इसकी जरूरत नहीं होती। यह प्रसव का एक सुरक्षित तरीका तो है, लेकिन फिर भी यह आॅपरेशन ही है। इसका नकारात्मक और नुकसानदेह असर मां और बच्चे पर हो सकता है।’
मेर्लिन ने कहा, ‘इसके नकारात्मक परिणाम भी होते हैं। रक्त-स्राव और अन्य जटिलताओं का जोखिम बहुत ज्यादा रहता है। यहां तक कि विकासशील देशों में भी यदि हम प्रसव के दौरान मां के दम तोड़ने के मामलों को देखें तो इसका एक कारण आॅपरेशन भी है।’ ब्राजील, साइप्रस और जॉर्जिया जैसे कुछ मध्यम आय वाले देशों में आॅपरेशन के जरिए होने वाले प्रसव 50 फीसदी से ज्यादा हैं।