भिलाई। भिलाई महिला महाविद्यालय के बीएड विभाग की हेड डॉ. मोहना सुशांत पंडित के मार्गदर्शन में सामाजिक सरोकार हेतु गठित बीएड प्रशिक्षुओं के दल समर्पण ने सेक्टर 4 स्थित नि:शक्त बच्चों के लिये संचालित स्कूल अर्पण विजिट किया। समर्पण के सदस्यों ने आॅटीज्म से पीड़ित इन बच्चों के साथ समय व्यतीत किया तथा उन्हें खेल सामग्री प्रदान की। read more
आॅटीज्म से पीड़ित इन बच्चों से मिलकर बीएड प्रशिक्षुओं का हृदय द्रवित हो गया। आश्रम की संचालिका श्रीमती शांता नंदी ने बताया कि इस आश्रम का संचालन आॅटिज्म से पीड़ित बच्चों की देख-रेख हेतु किया जा रहा है जिसमें ऐसे बच्चों की देख-रेख तथा पढ़ाई कराई जाती है। इस कार्य हेतु सामाजिक सहयोग प्राप्त हो रहा है। उन्होंने समर्पण द्वारा आश्रम की गई विजिट को महत्वपूर्ण बताते हुए कहा कि ये प्रशिक्षु आगे चलकर शिक्षक के रूप में सामाजिक चेतना जागृत करने में प्रमुख भूमिका निभा सकते हैं।
बीएड कोर्स सिलेबस के साथ-साथ व्यवहारिक सामाजिक मूल्यों की शिक्षा प्रदान कर रहे भिलाई महिला महाविद्यालय की शिक्षा विभाग की हेड डॉ. मोहना सुशांत पंडित ने बताया कि भावी शिक्षकों में मानवीय संवेदनाओं का विकास कर प्राप्त अनुभवों द्वारा उन्हें समाज कल्याण के लिये प्रेरित किया जा सकता है। इसी बात को ध्यान में रखते हुए बीएड छात्राओं के ग्रुप समर्पण का गठन किया गया। समर्पण के सदस्य अनाथाश्रम, मंदबुद्धि विद्यालयों तथा वृद्धाश्रम विजिट कर उनकी आवश्यकताओं तथा समस्याओं से अवगत होकर इसके यथासंभव समाधान तथा सहयोग हेतु सदैव प्रयत्नशील रहते हैं। इसके अलावा बीएड छात्राओं का ग्रुप आर्थिक रूप से अक्षम विद्यार्थियों की शिक्षा तथा प्रौढ़ शिक्षा का कार्य भी भिलाई-दुर्ग की गरीब बस्तियों में जाकर तथा अपने घर के आस-पास के क्षेत्रों में कक्षा लगाकर कर रहे हैं। इस प्रकार जहां एक ओर इन बीएड प्रशिक्षुओं में उच्च संस्कारों तथा जीवन मूल्यों का विकास हो रहा है वहीं सामाजिक सरोकार से जुड़े इन मुद्दों से निपटने में समाज को मदद मिल रही है। समाज कल्याण से जुड़े इस पुनीत कार्य हेतु बीएड के प्रशिक्षु स्वेच्छापूर्वक बढ़-चढ़कर भाग लेने आगे आ रहे हैं।
आश्रम विजिट के दौरान प्रमुख रूप से कॉलेज के बीएड विभाग की एचओडी डॉ. मोहना सुशांत पंडित, सहित शिक्षिकायें हेमलता सिदार, के. भावना, नाजनीन बेग, एकता सक्सेना तथा भिलाई महिला महाविद्यालय के बी.एड प्रशिक्षार्थियों रसना मुखर्जी, नीलाक्षी, अनुराधा, प्रीति, प्राची, आफरीन, मृदुला, बबीता आदि का उल्लेखनीय योगदान तथा समस्त बीएड प्रशिक्षुओं का सहयोग रहा साथ ही कॉलेज की प्राचार्या डॉ. श्रीमती जेहरा हसन का प्रोत्साहन रहा।