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अब हथियार बंद होकर बेचेंगे सब्जी

Jan 8, 2016

bhilaiभिलाई। छत्रपति शिवाजी सब्जी मंडी आकाशगंगा सुपेला के व्यापारियों ने हरियाणा से आकर यहां खेत खरीदने वाले किसानों का बैकग्राउंड टटोलने की मांग पुलिस से की है। साथ ही कहा है कि यदि पुलिस ने सुरक्षा नहीं दी तो वे हथियारबंद होकर व्यापार करेंगे। हरियाणवी किसानों ने संगठित होकर 7 जनवरी को सब्जी मंडी में एक व्यापारी की न केवल जमकर पिटाई कर दी थी बल्कि हथियार लहराकर आतंक भी फैलाया था। सब्जी मंडी के थोक एवं चिल्हर व्यापारियों ने आज पत्रकार वार्ता लेकर अपनी बात रखी। Read Moreउन्होंने पुलिस के कुछ अधिकारियों को निशाने पर लेते हुए उनपर हरियाणा से आए किसानों के साथ मिलीभगत करने का आरोप भी लगाया। सब्जी मंडी के व्यापारियों का कहना था कि एक मामूली विवाद में उनके एक फोन पर मण्डी पहुंचने वाली पुलिस 7 जनवरी की घटना की सूचना मिलने पर भी हाथ पर हाथ धरकर बैठी रही।
सब्जी मंडी के थोक व्यापारी जान सिंह, भरत गौर, विजय सिंह सहित अन्य ने बताया कि 6 जनवरी को हरियाणा मूल के ये किसान सब्जी बेचने के लिए मंडी आए थे। राकेश गुप्ता की दुकान के सामने खड़े इन्हीं में से एक किसान सतीश गुर्जर ने कंटेनर में रखे बैंगन को उठाकर उछालना शुरू कर दिया। मना करने पर उसके साथ विवाद हुआ। सतीश ने सीधे एसपी को फोन लगाया और सुपेला पुलिस दनदनाती हुई पहुंच गई और राकेश को गिरफ्तार कर थाने ले गई। राकेश को जमानत पर छुड़ाया गया।
घटना के दूसरे दिन सतीश गुर्जर अपने साथियों के साथ हथियारबंद होकर दोबारा मंडी पहुंची तथा राकेश की दुकान में घुसकर उसके साथ जमकर मारपीट की और मंडी में आतंक मचाया। इस बार व्यापारियों ने पुलिस को फोन किया पर वह नहीं आई। इसपर सभी सब्जी विक्रेता लामबंद हो गए और सुपेला थाने का घेराव कर दिया। इसके बाद कहीं जाकर पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया। व्यापारियों ने एक अन्य आरोपी को पावर हाउस स्टेशन पर पकड़ लिया और मारपीट कर पुलिस के हवाले किया।
सब्जी व्यापारी पुलिस के इस पक्षपात पूर्ण रवैया से आहत और खफा हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि पुलिस हरियाणा मूल के किसानों को बचाने का प्रयास कर रही है। क्षुब्ध व्यापारियों ने पुलिस से मांग की है कि वह अन्य राज्यों से आकर यहां खेत खरीदने वाले किसानों का बैकग्राउंड टटोले कि कहीं ये भगोड़े अपराधी तो नहीं। बैंगन उछालने के मामूली विवाद पर आतंकी पकडऩे जैसी कार्रवाई करने वाले पुलिस कर्मियों को उन्होंने नक्सल बेल्ट में ट्रांसफर करने की भी समझाइश दी। उन्होंने कहा कि वही सही जगह होगी जहां इनके वीरता की परीक्षा होगी। आतंकी पकड़ेंगे तो मेडल भी मिलेगा।
अब पुलिस की जरूरत नहीं
सब्जी मण्डी के व्यापारी भरत गौर ने कहा कि पुलिस एकतरफा कार्रवाई करेगी तो हमें भी उसकी जरूरत नहीं। हम भी यहां असलहा लेकर व्यापार करने बैठेंगे। किसी ने हमला किया तो उसे मुंहतोड़ जवाब भी देंगे।

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