भिलाई (एससीएन)। अपोलो बीएसआर के कंसलटेंट डर्मेटोलॉजिस्ट डॉ भरत चावड़ा ने कहा कि आजकल कम उम्र में गंजापन या बहुत अधिक बाल झडऩे की समस्या आम हो गई है बालों के कम होने से व्यक्ति अपनी उम्र से बड़ा दिखाई देता है। वहीं छाईयां, मुंहासे चेहरे की सुन्दरता को बिगाड़ देता है। उन्होंने बताया एक बार बाल झडऩा शुरू हुआ तो उसे रोकना मुश्किल हो जाता है।
डॉ चावड़ा स्वामी श्रीस्वरूपानंद सरस्वती महाविद्यालय के विज्ञान सेल एवं आई.क्यू.एसी, सेल के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित ‘बाल व त्चवा से संबंधित समस्यायें व समाधान विषय पर व्यख्यान माला को संबोधित कर रहे थे। Read Moreकॉस्मेटिक लेजर एवं प्रत्यारोपन विशेषज्ञ डॉ चावड़ा ने कहा कि बाल झडऩे के कई कारण हो सकते हैं थाईराईड, टाईफाईड, पीलिया, तनाव व आनुवांशिक कारण, हार्मोन असंतुलन से बाल झड़ते हैं। उन्होंने उपायों की चर्चा करते हुए बताया गीले बालों पर कंघी नहीं करनी चाहिए, बालों को हफ्ते में दो बार धो लेना चाहिए, दो से अधिक बार शैंपू न करें, कड़े ब्रश से कंघी न करें। बालों के अधिक झडऩे पर नई तकनीकी से बालों को फिर से उगाया जा सकता है इसमें से मुख्य हैं- फालीक्युलर युनीट हेयर ट्रांसलेशन, हेयर ग्राफ्टिंग, ऐलोपेसीया रिडक्शन सर्जरी, आदि। इस विधि से उगाये गये बाल प्राकृतिक बालों के समान सुंदर दिखाई देते हैं व इसे धोया भी जा सकता है।
चेहरे के पुराने ग्लैंड्स में तेल ज्यादा आता है। इसमें बैक्टेरिया आ जाने से मुंहासे अधिक होते है। तेल से, भाप से, गलत प्रसाधन के उपयोग व हार्मोनल असंतुलन के कारण चेहरे में मुंहासे अधिक आते हैं। उपाय बताते हुए उन्होंने कहा मुंहासों को फोडऩा नहीं चाहिए। मुंहासे प्रतिरोधक फेसवाश का प्रयोग करना चाहिये। सिर पर तेल नहीं लगाना चाहिए आईल फ्री सन स्क्रीन का प्रयोग करना चाहिए। इसके अलावा सर्जिकल एवं नानसर्जिकल तकनीकी उपलब्ध है। डॉ. चावड़ा ने विद्यार्थियों की समस्याओं का समाधान किया।
अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में प्राचार्या डॉ. हंसा शुक्ला ने कहा आज के समय में बाल व त्वचा से संबंधित समस्याएं सामान्य हो गई है। हर उम्र वर्ग के लोगों में यह समस्या दिखाई दे रही है आजकल पांच वर्ष के बच्चे के भी बाल पक रहे हैं। उन्होंने बदलती जीवन शैली, पर्यावरण प्रदूषण खानपान में बदलाव व तनाव को इसके लिए जिम्मेदार माना व आशा व्यक्त की कि इस व्याख्यान से विद्यार्थियों को फायद पहुंचेगा।
कार्यक्रम संयोजिका सहायक प्राध्यापक श्रीमती निहारिका देवांगन ने अतिथियों का स्वागत किया एवं कार्यक्रम के उद्देश्यों पर प्रकाश डाला। मंच संचालन सहायक प्राध्यापक साक्षी मिश्रा ने एवं धन्यवाद ज्ञापन डॉ. अल्का मिश्रा ने किया। कार्यक्रम में महाविद्यालय के प्राध्यापक, व छात्र-छात्राएं उपस्थित हुए।