भिलाई। राजनांदगांव के सांसद अभिषेक सिंह ने शुक्रवार की शाम यहां खुर्सीपार के युवा लेखक अभिषेक अग्रवाल की पुस्तक कम्प्लीटली इन्कम्प्लीट का विमोचन किया। होटल अमित पार्क इंटरनेशनल में आयोजित इस समारोह में डॉ महेश चंद्र शर्मा, सेंट थॉमस कालेज के प्राचार्य, लेखक के पिता अशोक अग्रवाल, दिनेश लोहिया, प्रमोद अग्रवाल, विनय अग्रवाल, सत्यनारायण अग्रवाल सीताराम अग्रवाल, जय प्रकाश यादव, अनिता अग्रवाल आदि उपस्थित थे। Read More
सांसद अभिषेक ने कहा कि कम उम्र में ही अभिषेक अग्रवाल ने एक बड़ा मुकाम हासिल किया है। नि:संदेह व्यापार छोड़कर लेखन के लिए प्रवृत्त होना एक साहसिक कार्य है। इस कार्य में उसे परिवार एवं समाज का सहयोग मिला, वह उनका दिल जीतने में कामयाब रहा। उसे मेरी भी शुभकामनाएं हैं।
सांसद ने कहा कि यहां भिलाई के प्रसिद्ध साहित्यकार उपस्थित हैं। उनके बीच अभिषेक ने इतनी कम उम्र में ही मजबूत दस्तक दी है, यह हम सबके लिए गर्व का विषय है। अभिषेक को देखकर फल्म थ्री ईडियट्स की याद ताजा हो रही है। छत्तीसगढ़ से साहित्य के क्षेत्र में अभिषेक का उदय राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय स्तर पर शहर एवं राज्य का नाम रौशन कर रहा है। मैं अभिषेक का संस्कारधानी का सांसद होने के नाते विशेष सम्मान करना चाहूंगा।
कम्प्लीटली इन्कम्प्लीट के लेख अभिषेक अग्रवाल ने कहा कि अकसर कहा जाता है कि हुनर व्यक्ति के खून में होता है पर मेरे साथ ऐसा नहीं है। घर वालों का कहना था कि तुम बड़े होकर उद्योगपति बनो जबकि दादाजी-ताऊजी चाहते थे कि मैं आईएएस या आईपीएस अफसर बनूं। पर मेरे मन में कुछ और ही करने की इच्छा थी। मैं लेखक बनना चाहता था।
राजनांदगांव के युवा सांसद अभिषेक मेरे प्रेरणा स्रोत हैं। उन्होंने इस पुस्तक के विमोचन के लिए बुला कर मैं बेहद खुश हूं। कम्प्लीटली इन्कम्प्लीट एक फिक्शन है। मेरे इस लेखन के कार्य में परिवार व समाज के लोगों का मुझे भरपूर सहयोग मिला और मैं कामयाब भी हुआ। अब तक मेरी चार किताबें आ चुकी हैं।
श्री अग्रवाल ने कहा कि किसी भी क्षेत्र में एक मुकाम हासिल करना जरूरी है। स्ट्रगल से ही सफलता मिलती है। मैं पिछले आठ वर्षों से कड़ी मेहनत कर रहा हूं। मुंबई में असिस्टेंट डायरेक्टर के रूप में भी काम किया और एक लघु फिल्म भी बनाई। डेढ़ मिनट की इस फिल्म में हमने उत्तर और दक्षिण मुम्बई के अंतर्सबंधों को दर्शाया था।
युवाओं का आह्वान करते हुए उन्होंने कहा कि अपने सपनों को कभी दबने मत दो। सपने खुले आसमान की तरह हैं उसे जितना चाहो विस्तार दो।
अपने अगले प्रोजेक्ट की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि वे राज्य के मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह पर किताब लिखने जा रहे हैं। इसके लिए उनकी नांदगांव सांसद और डॉ रमन के सुपुत्र अभिषेक सिंह से भी चर्चा हुई है।
अभिषेक अग्रवाल को दो राष्ट्रीय पुरस्तार मिल चुके हैं तथा लंदन में सम्मानित होने का अवसर भी मिला है। उनकी पुस्तकों की सात देशों में ऑनलाइन बिक्री हो रही है। उनकी पुस्तकें 150 से भी अधिक ऑनलाइन बुक स्टोर्स पर उपलब्ध हैं।