भिलाई। किसी भी संस्थान के उत्थान के लिए योजना बनाना और उसका क्रियान्वयन सुनिश्चित करना आवश्यक है। लक्ष्य हासिल करने के लिए विजन-मिशॅन पर जुट जाने के लिए कौन से कारक सहयोगी होंगे। इस पर एनआईटी टीटीआर, भोपाल के प्रो. बीएल गुप्ता ने सारगर्भित बातें बतायी। Read More
संजय रूंगटा ग्रुप ऑफ इन्टीट्यूशन्स द्वारा आयोजित कार्यशाला में प्रजेंटेंशन के माध्यम से संस्थान के विकास और विस्तार के लिए उन्होंने मैनेजमेंट टिप्स दिये। उन्होंने कार्यशाला में उपस्थित प्राध्यापक एवं विभागाध्यक्ष के माध्यम से संस्थान की ताकत, कमजोरियों और भविष्य की संभावनाओं को सामने लाने विचार-विमर्श कराया।
रूंगटा डेंटल कॉलेज के ऑडिटोरियम में हुई इस कार्यशाला में विजन, मिशन और गोल पर प्रमुख तौर पर चर्चा हुई। आरंभ में संजय रूंगटा ग्रुप के चेयरमैन संजय रूंगटा ने भी अपने विचार व्यक्त किये।
प्रो. गुप्ता ने कहा किसी भी संस्थान के लिए दीर्घकालीन कार्ययोजना बनाना आवश्यक है। उस प्लान पर क्या कार्य हो रहा है उसका आकलन करने वार्षिक समीक्षा करते रहना होगा। उन्होने कहा केवल मुंगेरीलाल के सपने देखने या कहने भर से कुछ नहीं होगा। कहने के साथ कार्य करना और उसे प्रमाणित करना होगा। किसी भी लक्ष्य को पाने विजन का क्लीयर होना जरूरी है। बड़े संस्थान में टीम भावना के साथ बड़े लक्ष्य हासिल किये जा सकते हंै। इसमे सबको अपनी योग्यता प्रदर्शित करने का अवसर मिलता है। विजन को क्लीयर करने के लिये अपनी कमजोरियों, ताकत और अवसरों को पहचानना और फिर उस आधार पर कार्ययोजना बनानी होगी। संजय रूंगटा ग्रुप में इन संभावनाओं को सामने लाने उन्होंने उपस्थितजनों को ग्रुप में बांटकर सबके विचार लिये। इनके विश्लेषण से ग्रुप को मजबूती देने में मदद मिलेगी।
कार्यशाला में डेंटल कॉलेज के डीन डॉ. सुधीर पवॉर, आरएसआर इंजीनियरिंग कॉलेज के प्राचार्य डॉ. पीएस बोकारे एवं जीडी रूंगटा कॉलेज के प्रभारी प्राचार्य डॉ. पी.के. तालापत्रा के साथ ही उक्त कॉलेजों के विभिन्न विभागों के एच.ओ.डी. एवं प्राध्यापक उपस्थित थे। अंत में डॉ. बोकारे ने आभार व्यक्त किया।