दुर्ग। कृषि कार्य को कुछ लोग जहां पीढ़ी दर पीढ़ी पुश्तैनी व्यवसाय मान कर करते हैं, वहीं कुछ लोग ऐसे भी होते हैं जो को आधुनिक ढंग से कृषि कर उसे फायदे का व्यवसाय बना लेते हैं। ऐसा ही एक उदाहरण ग्राम डांडेसरा के 62 वर्षीय कृषक जोहन लाल साहू ने प्रस्तुत किया है। जोहन लाल साहू अब आधुनिक ढंग से खेती कर तथा बहु फसल लेकर कम लागत से अधिक उत्पादन और अधिक आमदनी प्राप्त कर रहे हैं।
श्री साहू ने बताया कि वह पूर्व में अपनी भूमि पर केवल धान की फसल लेते थे। केवल 18 क्विंटल फसल होती थी और उससे करीब 30 हजार रूपए वार्षिक आमदनी होती थी। कृषि विभाग के अधिकारियों से संपर्क व मार्गदर्शन के बाद उन्होंने फसल लेने की पद्धति बदली और श्रीविधि से धान की फसल लगाना प्रारंभ किया। उसी जमीन पर उसने 55 क्विंटल धान प्राप्त किया। पूर्व में वह रबी फसल नहीं लेता था अब सूक्ष्म सिंचाई योजना एवं स्प्रिंकलर पाईप का उपयोग कर वह रबी की फसल लेने लगा है तथा धान की बढ़ी आमदनी के अलावा चना, मसूर, गेहूं का उत्पादन कर 70 हजार रूपए की अतिरिक्त आमदनी भी ले रहा है। वह केले की फसल भी ले रहा है जिससे डेढ़ लाख रूपए का लाभ हो रहा है।
उन्होंने अन्य कृषकों को सलाह दी है कि खरीफ में धान की उन्नत तकनीकी खेती कर तथा रबी में चना फसल लगाकर आय में वृद्धि की जा सकती है।