भिलाई। कीर्तिशेष देवीप्रसाद चौबे की स्मृति में स्थापित एवं लोकजागरण के लिए प्रदत्त वसुंधरा सम्मान इस वर्ष साहित्यकार एवं पत्रकार गिरीश पंकज को प्रदान किया जायेगा। वरिष्ठ पत्रकार रमेश नैयर, संपादक ईवी मुरली, विनोद मिश्र, राजेश गनौद वाले, मुमताज, विष्णु पाठक एवं मीडिया कर्मी राघवेन्द्र सिंह की सात सदस्यीय निर्णायक समिति ने गिरीश पंकज को सोलहवां वसुंधरा सम्मान करने का निर्णय लिया है। सम्मान समारोह का आयोजन 14 अगस्त को बहुउद्देशीय सभागार भिलाई निवास में किया गया है।
उपरोक्त जानकारी देते हुए वसुंधरा सम्मान निर्णाय समिति के सदस्य राजेश गनौद वाले एवं राघवेंद्र सिंह ने बताया कि गिरीश पंकज चार दशकों से साहित्य और पत्रकारिता की सांझी भारतीय परंपरा के पक्ष में सक्रिय एवं संघर्षरत है। पंकज ने छत्तीसगढ़ के अनेक प्रतिष्ठित समाचार पत्रों में लंबे समय तक पत्रकारिता की एवं छ: समाचार पत्रों का संपादन भी किया। वे विगत 20 वर्षों से स्वतंत्र लेखन कर रहे हैं। गिरीश पंकज ने पत्रकारिता के साथ-साथ विपुल रचनात्मक लेखन किया। उनके 15 व्यंग्य संग्रह, 7 उपन्यास, 2 गजल संग्रह, 5 बाल साहित्य सहित कुल 52 पुस्तकें प्रकाशित हुई। उन्होंने ग्यारह देशों की साहित्यिक यात्राएं की। इस दौरान उन्हें रामेश्वर गुरु पत्रकारिता सम्मान, अट्टहास सम्मान, श्री लाल शुक्ल व्यंग्य साहित्य सम्मान, माखन लाल चतुर्वेदी सम्मान जैसे अनेक सम्मानों से भी नवाजा गया। वसुंधरा सम्मान निर्णायक समिति मानती है कि गिरीश पंकज के सम्मान से रचनात्मक पत्रकारिता के क्षेत्र में कार्यरत् शक्तियां मजबूत होगी।
ज्ञातव्य है कि वर्ष 2001 से जारी यह सम्मान अब तक रमेश नैयर, श्यामलाल चतुर्वेदी, कुमार साहू, बसंत कुमार तिवार, विनोद शंकर शुक्ल, शरद कोठारी, ज्ञान अवस्थी, श्याम वेताल, अभय किशोर एवं डॉ. सुशील त्रिवेदी को प्रदान किया जा चुका है।