भिलाई। आर के प्रसाद ने भिलाई इस्पात संयंत्र के महाप्रबंधक प्रभारी (कार्मिक एवं प्रशासन) का पदभार सम्भाल लिया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि भिलाई सेल में उत्कृष्ट संयंत्र होने के कारण इससे पुन: जुडऩा अपने आप में एक सुखद अनुभव है। उन्होंने आगे कहा कि यहाँ के समर्पित कार्मिक ही यहाँ की ताकत है। मुझे खुशी है कि हमें एक ऐसा संजीदा नेतृत्व मिला है जो सभी को साथ लेकर उत्तरोत्तर प्रगति में विश्वास करता है। अत: उनके नेतृत्व में पूरी भिलाई बिरादरी में एक नई ऊर्जा का संचार हुआ है और हम निश्चित रूप से कठिन परिस्थितियों से ऊबरने में सफल होंगे।
बीआईटी, मेसरा से बीटेक मेकेनिकल की उपाधि प्राप्त श्री प्रसाद ने 20 जनवरी, 1981 में सेल के बीएसपी से अपने कैरियर की शुरुआत की। उन्होंने इग्नू से एमबीए की डिग्री भी अर्जित की है।
श्री प्रसाद ने संयंत्र के टी एंड डी विभाग में जूनियर मैनेजर के पद पर कार्य प्रारंभ किया और अपने नेतृत्व क्षमता एवं कार्यकुशलता के बल पर 30, जून, 1992 को टी एंड डी में मैनजर के पद पर पदोन्नत हुए। तत्पश्चात् वे 23 फरवरी, 1995 में एचआरडी में स्थानांतरित हुए और 30 जून, 1995 में वे एचआरडी में ही सीनियर मैनेजर बने।
श्री प्रसाद 30 जून, 2001 में बीएसपी के प्रबंध निदेशक सचिवालय में सहायक महाप्रबंधक के पद पर पदोन्नत होकर अपना कार्य सम्पादन किया। 30 जून, 2006 में उन्होंने नगर प्रशासन विभाग में उप महाप्रबंधक के पद पर पदोन्नत होकर कार्य किया। इसके बाद वे 30 मार्च, 2010 को एचआरडी में डीजीएम के पद पर ही स्थानांतरित होकर कार्य सम्पादन किया।
आर के प्रसाद 30 जून, 2010 में महाप्रबंधक (कार्मिक) निगमित कार्यालय में पदोन्नति के साथ स्थानांतरित हुए। 07 मई, 2011 में उन्होंने निगमित कार्यालय में महाप्रबंधक (सीएसआर एवं एचआरडी) के पद पर कार्य किया। उन्होंने 17 अगस्त, 2012 में निगमित कार्यालय में महाप्रबंधक (कार्मिक) का पदभार पुन: सम्भाला। 22 फरवरी, 2013 में वे निगमित कार्यालय में महाप्रबंधक (सीआरएमजी) के पद पर कार्य संपादन करते हुए 11 अपै्रल, 2016 में निगमित कार्यालय में महाप्रबंधक प्रभारी (सीआरएमजी) बनाये गये।