16वें राज्य शालेय खेलकूद का शुभारंभ
भिलाई। बच्चों ने छत्तीसगढ़ का नाम हर क्षेत्र में रौशन किया है। यहां के खिलाडिय़ों ने विभिन्न खेलों में राष्ट्रीय स्तर पर अपना लोहा मनवाया है। खेलकूद ही नहीं बल्कि शिक्षा के क्षेत्र मेें भी गांव गांव से उभरी प्रतिभाओं ने आईएएस, आईआरएस, आईएफएस, नीट और आईआईटी जैसी परीक्षाओं में अपनी धाक जमाई है।उक्त उद्गार भिलाई विद्यालय ग्राउण्ड में 16वीं राज्य स्तरीय शालेय खेलकूद का शुभारंभ करते हुए संसदीय सचिव गृह एवं जेल लाभचंद बाफना ने मुख्य अतिथि की आसंदी से व्यक्त किए। उन्होंने कहा कि यहां की बेटियों ने राष्ट्रीय खेलों में अपने शहर और प्रदेश का नाम ऊंचा किया है। मैं चाहूंगा कि बच्चे खूब मन लगाकर खेलें और साथ साथ पढ़ाई भी जारी रखें और अपने माता पिता, अपने स्कूल, अपने शहर के साथ साथ छत्तीसगढ़ और देश का भी सिर ऊंचा करें।
श्री बाफना ने कहा कि 15 साल पहले हमारे पास इच्छा शक्ति की कमी थी। यही लोग थे, यही संसाधन थे पर काम नहीं होता था। अब हम तीव्र इच्छा शक्ति के साथ आगे बढ़ रहे हैं। मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह ने गांव-गांव से प्रतिभाओं को तलाशने और तराशने की दिशा में पहलकदमी की है। ग्रामीण क्षेत्रों के बच्चे आज प्रत्येक क्षेत्र में शहरी बच्चों का मुकाबला कर रहे हैं।
कार्यक्रम की विशिष्ट अतिथि पूर्व सांसद एवं भारतीय जनता पार्टी की राष्ट्रीय महासचिव सरोज पाण्डेय ने बच्चों को अपनी शुभकामनाएं देते हुए कहा कि अपनी प्रतिभा प्रदेश स्तर पर प्रदर्शित करने का यह एक मंच है। इस मंच का पूरी खेल भावना के साथ उपयोग करें।
दुर्ग महापौर चंद्रिका चंद्राकर, जिला पंचायत की अध्यक्ष माया बेलचंदन एवं दुर्ग के जिला शिक्षा अधिकारी आशुतोष चौरे भी मंचासीन थे। इस प्रतियोगिता में 7 जोन के सैकड़ों बच्चे अगले चार दिन तक अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन करेंगे।