भिलाई। श्री शंकराचार्य महाविद्यालय, जुनवानी के बच्चों ने 400 साल से भी अधिक पुराने नाटक रोमियो-जूलियट का आज जीवंत प्रदर्शन किया। उसी दौर की अंग्रेजी में खेला गया विलियम शेक्सपीयर के इस नाटक ने एक बार फिर प्यार को न समझ पाने वालों के पछतावे को मंच पर जीवित कर दिया। मौका था कालेज में सीजीकॉस्ट के प्रायोजकत्व में आयोजित दो दिवसीय राष्ट्रीय सेमिनार के शुभारंभ का। यह सेमिनार गणित तथा कम्प्यूटर तकनीकि की वर्तमान धारा तथा मेडिकल माइक्रोबायोलॉजी की आधुनिकतम तकनीकी पर केन्द्रित है।
इस अवसर पर महाविद्यालय के छात्र-छात्राओं ने विलियन शेक्सपीयर की कालजयी रचना रोमियो-जुलिएट का एक सिंक्रोनाइज्ड वर्शन पेश किया।
टुकड़ों में खेले गए इस नाटक की स्क्रिप्ट और निर्देशन का कार्य आशीष ताम्रकार ने किया। रोमियो के रूप में आदित्य और जूलियट के रूप में काजल रॉय ने प्रभावी अभिनय किया। अन्य भूमिकाओं में शिवानी गांधी, गीता, हिमांक साहू, लशिका निषाद, रजत जैन ने अभिनय किया।
बता दें कि यह एक असफल प्रेम कहानी है जिसमें एक गरीब लड़का और एक अमीर लड़की एक दूसरे से प्यार करने लगते हैं। दोनों के परिवार इसका विरोध करते हैं और अंतत: दोनों ही अपनी जान दे देते हैं। उनकी मृत्यु के बाद उनके परिवारों को यह अहसास होता है कि यदि उन्होंने दिल बड़ा करके इस रिश्ते को स्वीकार कर लिया होता तो आज दोनों जीवित होते।