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शंकराचार्य कालेज में राष्ट्रीय संगोष्ठी प्रारंभ

Sep 9, 2016

cg-cost-shankaracharya-collभिलाई। श्री शंकराचार्य महाविद्यालय जुनवानी में छत्तीसगढ़ विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद (सीजी कॉस्ट) द्वारा प्रायोजित दो दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन किया गया। यह दो दिवसीय संगोष्ठी गणित एवं तकनीकी क्षेत्र की नई धारा और चिकित्सकीय माइक्रोबायोलॉजी की उन्नत तकनीक पर आयोजित है। जीवाजी विश्वविद्यालय ग्वालियर से आमंत्रित कुलपति डॉ. पी.एस. बिसेन एक प्रख्यात शिक्षा विद् जाने माने वैज्ञानिक सूक्ष्मजीव विज्ञान और जैव प्रौद्योगिकी, बरकतुल्लाह विश्वविद्यालय के निदेशक भोपाल, जे.सी. बोस इंस्टीटूयट ऑफ लाइफ सांइस, बुंदेलखंड विश्वविद्यालय झांसी, निदेशक जयपुर राष्ट्रीय विश्वविद्यालय, जयपुर, डॉ बिसेन को कई राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय पुरस्कार और यूजीसी कैरियर पुरस्कार, इंदिरा गांधी फैलोशिप, यूरोपीय संघ की मैरी क्यूरी फैलोशिप, डीएएडी फैलोशिप जर्मनी, यूएनडीपी, डब्ल्यूएचओ, यूनेस्को फेलोशिप सहित फैलोशिप से सम्मानित किया गया है। उनके 250 प्रकाशन और छह अंतरराष्ट्रीय पेटेंट है। डॉ बिसेन ने सक्रिय रूप से निदान किट के विकास के क्षेत्र में शामिल है और तपेदिक का तेजी से पता लगाने के लिए टीबी-एम कार्ड टेस्ट किट विकसित किया है। डॉ बिसेन रोगजनन, निदान और क्षय रोग की रोकथाम के लिए रणनीतियों के बारे में बताया। उन्होंने यह भी पता लगाने और रोगों के उपचार के लिए डमजंहमदवउपब और सिस्टम्स बायोलॉजी दृष्टिकोण के बारे में बात की थी। उनका व्याख्यान अत्यधिक प्रभावशाली था जो कि छात्रों को मेडिकल माइक्रोबायोलॉजी अनुसंधान में अपने कैरियर को आगे बढ़ाने के लिए प्रोत्साहित करेगा।
अति. निदेशक डॉ. जे.दुर्गा प्रसाद रॉव ने आयोजक विभागों को बधाई देते हुए कहा कि दोनों ही विषय वर्तमान समय की प्रासंगिकता के अनुरूप है। माइक्रोबायलॉजी में सूक्ष्म का अध्ययन किया जाता है तथा तकनीकी के क्षेत्र में जो नये बदलाव आ रहे है, उनको हमें अपने जीवन में आत्मसात करना चाहिए। तभी इस प्रकार के सम्मेलनों की सार्थकता है।
प्राचार्या डॉ. रक्षा सिंह ने बताया कि मेडिकल माइक्रोबायलॉजी में उन्नत तकनीक विषय पर प्रकाशित स्मारिका हेतु 45 शोध पत्र एवं गणित एवं कम्प्यूटर टेक्नालॉजी में नवीन प्रवृत्तियां विषय पर प्रकाशित स्मारिका हेतु 64 शोध पत्र प्राप्त हुए, और प्रत्येक विभाग में 100-100 प्रतिभागियों ने पंजीयन करवाया है एवं इस सम्मेलन में चार राज्यों से प्रतिभागी संम्मलित हो रहे है।
पं. रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय रायपुर के प्रो. एम.एल. नायक, होलीक्रास महिला महाविद्यालय, अंबिकापुर के डॉ. अशोक शुक्ला, रूगंटा कालेज ऑफ फार्मेसी भिलाई के डॉ. अमित अलेक्जेन्डर एवं नेशनल इंस्टीटूट ऑफ बायोटिक स्ट्रैस मेंनेजमेंट बरोन्डा, रायपुर के दीपक नायडू के द्वारा शोधपत्र प्रस्तुत किया जायेगा।
गणित एवं कम्प्यूटर टेक्नालॉजी में नवीन प्रवृत्तियां विषय पर आयोजित राष्ट्रीय सम्मेलन के 3 तकनीक सत्रों में भिलाई इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नालॉजी के एसो. प्रो. डॉ. संजीव करमाकर ने आर्टिफिशयल इंटेलिजेन्सी एण्ड न्यूरल नेटवर्क विषय पर की-नोट प्रस्तुत किया। डॉ. अंबेडकर विश्वविद्यालय आगरा से आमंत्रित डॉ. संजीव कुमार ने फजी लॉजिक और आई.टी.एस. एप्लीकेशन, एस.आर.टी.एम. विश्वविद्यालय नागपुर के डॉ. जी.एस. खेडकर द्वारा द यूनिवर्स वॉट इज मैन विषय पर ज्ञानवर्धक व्याख्यान प्रस्तुत किया जायेगा।
इस अवसर पर अमरावती से प्रो. जी.बी. मालवीय, नागपुर से ऐना गुप्ता, रूपाली सी. टाम्बले, सतिश जी तिवारी, निर्मला रामटेके, महाविद्यालय के प्राध्यापक गण, स्थानीय महाविद्यालयों के प्राध्यापकगण, मीडियाकर्मी एवं विद्यार्थीगण उपस्थित थे। उद्घाटन समारोह का संचालन श्रीमती सुषमा दुबे एवं श्रीमती सुजाता गहरवार ने किया एवं डॉ. रचना चौधरी ने धन्यवाद ज्ञापन किया।

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