भिलाई। Swami Sri Swaroopanand Mahavidyalaya में महिला प्रकोष्ठ एवं पुलिस की रक्षा टीम के संयुक्त तात्वावधान में पांच दिवसीय आत्म सुरक्षा प्रशिक्षण शिविर का उद्घाटन ए.एस.पी. श्रीमती सुरेशा चौबे के मुख्य आतिथ्य में संपन्न हुआ। कार्यक्रम की विशिष्ट अतिथि श्रीमती नवी मोनिका पाण्डेय रक्षा टीम इंचार्ज उपस्थित हुई। अध्यक्षता प्राचार्या डॉ. श्रीमती हंसा शुक्ला ने की। संयोजक डॉ. श्रीमती सुनीता वर्मा थी। ट्रेनिंग देने हेतु रक्षा टीम से स्मिता पाटिल, रुपाली खोर्राट, पुष्पा ठाकुर, बिल्लू बंजारे, मीनाक्षी चंदेल, शरदा बंजारे, अविनाश शर्मा विक्रांत यदु उपस्थित हुये। कार्यक्रम के उद्देश्यों पर प्रकाश डालते हुये महिला सेल प्रभारी डॉ. श्रीमती सुनीता वर्मा ने कहा आज के दौर में मां के गर्भ में पल रही बालिका से लेकर 80 साल की वृद्धा भी सुरक्षित नहीं है। समाचार पढ़ जहां बालिकाओं के मन में दहशत की भावना भर जाती है वहीं अपराधियों के हौसले बुलंद होते है ऐसी परिस्थिति में हमें आपकी सुरक्षा के उपायों को हमारे हित में बने कानूनों को व बिना हथियार के भी हम अपनी रक्षा कैसे कर सकते है यह जानना जरुरी हैं।
रक्षा टीम प्रभारी श्रीमती मोनिका नवी पाण्डेय ने बताया महिलाओं की सुरक्षा को ध्यान में रख कर रक्षा टीम का गठन किया गया है। हमें स्वयं एक दूसरे की मदद नहीं करेंगे तो हमारी मदद करने कोई नहीं आयेगा हमें जाने दो, ऐसा तो होता ही है कह इग्नोर करने की आदत छोडऩी होगी। उन्होंने पुलिस द्वारा जारी पुलिस हेल्पलाईन नं. 100, 1091, व्हाटसेप नं.- 7247001091 की जानकारी दी व बताया घूरने, पीछा करने, अश्लील कमेंट्स करने पर कम से कम पांच वर्ष सजा, रेप में आजीवन कारावास गैंग रैप में फांसी की सजा हो सकती हैं।
श्रीमती सुरेशा चौबे ने छात्राओं को बताया कोई भी हमारे पास वस्तु है उसे हम कैसे हथियार की तरह इस्तेमाल करें। उन्होंने बालिकाओं के प्रति होने वाले साईबर क्राईम की जानकारी दी व बताया जब हमारे पास मां, पापा, भाई, बहन, दोस्त है तो फैसबुक में अनजान लोगों से दोस्ती करने की व फैसबुक में तस्वीर डालने की आवश्यकता नहीं है डाली गई तस्वीर का गलत उपयोग हो सकता हैं। उन्होंने रक्षा टीम के कार्यो पर प्रकाश डालते हुये कहा अब पुलिस स्वयं लोगों तक पहुॅंचेगी, उनकी समस्या को जान समाधान करेंगी। जिस समय लोग स्वयं अपनी रक्षा करने में समर्थ होंगे उस समय पुलिस की आवश्यकता नहीं पड़ेगी।
प्राचार्या डॉ. हंसा शुक्ला ने छात्रों को अन्याय के विरुद्ध संघर्ष करने की प्रेरणा देते हुये कहा जब तक आप स्वयं रिपोर्ट लिखाने के लिये सामने नहीं आयेंगे तब तक कितनी भी रक्षा टीम बना लें महिलाओं के प्रति होने वाले अपराध कम नहीं होंगे।
रक्षा टीम के सदस्यों ने विद्यार्थियों को बताया हमारे पास जो भी समान है उसे हम हथियार के रुप में कैसे इस्तेमाल कर अपना बचाव कैसे कर सकते है। डेमो द्वारा बताया गया हाथ पकडऩे से कैसे छुड़ाना है, दुपट्टा खींचने पर क्या करना है, दुपट्टे में पत्थर बांध उसे कैसे हथियार के रुप में इस्तेमाल कर सकते हैं। चाबी से गले के बीच वार करें, पेन से कान व नाक में वार करें। बॉटल को कान के पास मारे, अनजान से खाने-पीने का समान व लिफ्ट न लें आदि समझाईश दी। ॉ
कार्यक्रम के अंत में श्रीमती सुरेशा चौबे व नवी मोनिका पाण्डेय ने विद्यार्थियों के शंकाओं का समाधान किया व कहा पुलिस परिजन की भूमिका में व हमेशा मदद को तैयार है। कार्यक्रम को सफल बनाने में महिला प्रकोष्ठ सदस्य स.प्रा.श्रीमती अजीता सजीत, श्रीमती मीना मिश्रा, श्रीमती उशा साहू, स.प्रा. श्वेता निर्मलकर ने विशेष योगदान दिया। संचालन व धन्यवाद ज्ञापन श्रीमती नीलम गांधी विभागाध्यक्ष वाणिज्य ने किया।