भिलाई। कालेज में बिताए गए दिन प्रत्येक व्यक्ति के जीवन में खास होते हैं। एलुमनी मीट इन्हीं दिनों की यादें ताजा करती हैं। स्कूल की दहलीज पार करने के बाद यहां पहली बार उन्हें स्वयं के बालिग होने का अहसास होता है। एक तरफ जहां नए दोस्त, नया वातावरण उन्हें रोमांचित करता है वहीं दूसरी ओर निकट भविष्य में अपने पैरों पर खड़ा होने की जिम्मेदारी का अहसास भी प्रबल हो जाता है। ऐसे में व्याख्याता और प्राध्यापक केवल शिक्षक होने के बजाय मित्र और पथ प्रदर्शक बन जाते हैं। एमजे कालेज में शुक्रवार को एलुमनी मीट का आयोजन किया गया। 30 से भी ज्यादा एक्स स्टूडेन्ट्स उत्साहपूर्वक इसमें शामिल हुए। इनमें से कईयों ने जहां जीवन में एक मुकाम बना लिया है वहीं कुछ का संघर्ष अभी जारी है। पूर्व विद्यार्थी कालेज के दिनों को याद करते हुए जहां भावुक हो गए वहीं उन्होंने अपने कर्मजीवन की चुनौतियों को भी साझा किया।
पूर्व छात्र संचित ने आईटी के क्षेत्र में ऊंची छलांग लगाई है। एप्पल इंक के साथ अपने काम के अनुभवों को साझा करते हुए उन्होंने बताया कि समय की पाबंदी का यदि स्कूल कालेज में पालन किया जाए तो एमएनसी और निजी क्षेत्र में काम करना आसान हो जाता है। इससे न केवल कार्मिक का एक अच्छा इमेज बनता है बल्कि टाइम मैनेजमेंट के चलते काम भी सहज हो जाता है। यही नहीं इससे आप अपनी संस्था से जुड़ी तमाम सूचनाओं से भी वाकिफ होते हैं।
गंगा, सीमा दुबे, सरिता सिन्हा, अजय कुमार साहू, प्रियंका ताम्रकार, स्वाति शेरपा, पार्वती साहू, शिल्पा धीमान आदि ने जहां अपने कालेज के दिनों के संस्मरण सुनाए वहीं एन कुमारी ने एक कविता के माध्यम से अपने गुरुजनों की सराहना की।
पार्वती साहू सम्प्रति भिलाई नगर निगम में ग्रेड-2 सहायक हैं। वहीं स्वाति शेरपा केपीएस सिंधिया नगर में डांस टीचर हैं। अजय कुमार साहू एकेडेमी का संचालन करते हैं। सीमा दुबे शकुन्तला विद्यालय में टीचर हैं। शिल्पा धीमान नालन्दा इंग्लिश मीडियम स्कूल में टीचर हैं। प्रताप साहू कोंडागांव के फरसगांव में शिक्षक हैं। अंजना सिंह एमजीएम स्कूल शांति नगर में एडमिन हैं।
महाविद्यालय की डायरेक्टर श्रीलेखा विरुलकर ने इस अवसर पर कहा कि एलुमनी किसी भी महाविद्यालय के लिए गौरव का विषय होते हैं। ये न केवल महाविद्यालय को ताकत देते हैं बल्कि पथ प्रदर्शन भी करते हैं। सफल विद्यार्थियों से महाविद्यालय गौरवान्वित होता है। उन्होंने सभी एक्स स्टूडेन्ट्स को अपनी शुभकामनाएं देते हुए उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की।
इस अवसर पर प्राचार्य डॉ कुबेर गुरुपंच, डॉ श्वेता भाटिया, अर्चना त्रिपाठी, शकुंतला जलकारे, श्री चौबे, श्रीकांत काले, पंकज सिन्हा, सहित महाविद्यालय परिवार के लोग बड़ी संख्या में उपस्थित थे।