भिलाई। स्वामी श्री स्वरूपानंद सरस्वती महाविद्यालय में विद्यार्थियों एवं पालकों को दी जाने वाली करियर काउंसलिंग बेहद उपयोगी साबित हो रहा है। सही विषयों एवं वैकल्पिक विषयों का चयन उनके करियर की राह को आसान बना रहा है। इसका नतीजा समय समय पर आयोजित होने वाले कैम्पस प्लेसमेंट में भी मिल रहा है। महाविद्यालय की प्राचार्य डॉ हंसा शुक्ला ने बताया कि बड़ी संख्या में बच्चे महाविद्यालय में प्रवेश के दौरान अपने हायर सेकण्डरी के विषय को बदल लेते हैं। इसके दो कारण होते हैं। एक तो उन्हें यह पता चल जाता है कि जिस विषय को लेकर उन्होंने प्लस टू की पढ़ाई की है, वे स्वयं उसमें कितने फिट बैठ रहे हैं। दूसरे दो वर्ष के अंतराल के बाद बदले हुए परिवेष में उनके सामने अन्य विकल्प भी आ जाते हैं। किस विषय के साथ वे बेहतर तालमेल बैठा पाएंगे, किन विषयों में उनका प्रदर्शन अच्छा हो सकता है, तुरन्त रोजगार प्राप्त करने के लिए किन विषयों या वैकल्पिक विषयों को लिया जाना चाहिए, इसकी जानकारी काउंसलिंग के दौरान विद्यार्थियों तथा उनके पालकों को दी जाती है।
डॉ हंसा बताती हैं कि यह बेहद जरूरी है। महाविद्यालय की दहलीज लांघते ही विद्यार्थियों को रोजगार की समस्या का सामना करना पड़ता है। रोजगार के लिए डिग्री के अलावा साफ्ट स्किल्स का होना बहुत जरूरी होता है। शासकीय सेवा, रेलवे, शिक्षण, प्रशिक्षण, निजी क्षेत्र या स्वयं के व्यवसाय के लिए अलग अलग तरह की तैयारियों की जरूरत होती है। महाविद्यालय में इन सभी की सुविधाएं मौजूद हैं।
उन्होंने बताया कि काउंसलिंग की अनुभवी टीम के सम्पर्क में आने वाले बच्चों की फीडबैक लिया जाता है। हमें खुशी है कि काउंसलिंग से हम बच्चों का मार्गदर्शन कर पा रहे हैं।