भिलाई। स्पर्श मल्टीस्पेशालिटी हॉस्पिटल ने अनेक उपलब्धियों के साथ अपने पांच वर्ष पूर्ण कर लिये हैं। रविवार रात आयोजित स्थापना दिवस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि बीके ग्रुप के अध्यक्ष एवं शिक्षाविद विजय गुप्ता ने स्थानीय चिकित्सा एवं चिकित्सकों पर भरोसा जताते हुए कहा कि आज उनकी पहुंच यूएस, यूके तक है पर वे इलाज स्थानीय चिकित्सकों से कराना पसंद करते हैं।मुख्य अतिथि श्री गुप्ता ने कहा कि वे सलाह चाहे देश विदेश के किसी भी डाक्टर से लें पर दवा बिना अपने स्थानीय चिकित्सक की सहमति के नहीं लेते। मजाकिया लहजे में उन्होंने कहा कि यदि आज 73 वर्ष की उम्र में भी वे हंस, बोल और चल रहे हैं तो इसके लिए भिलाई की उत्कृष्ट चिकित्सा सुविधा ही जिम्मेदार है। उन्होंने कहा कि अब वे नए चिकित्सकों, यहां तक कि स्टूडेंट डेन्टिस्ट्स से ही इलाज करवाना पसंद करते ताकि उनके अनुभव में इजाफा हो।
उन्होंने कहा कि जिस तरह मरीजों के कुछ अधिकार हैं उसी तरह उनकी कुछ जिम्मेदारियां भी हैं। अस्पताल, उसके उपकरणों एवं चिकित्सकों की सुरक्षा की हमारी सामूहिक जिम्मेदारी बनती है। स्पर्श अस्पताल स्थानीय चिकित्सकों ने मिलकर प्रारंभ किया है। यहां सुयोग्य उच्च शिक्षित प्रशिक्षित चिकित्सक हैं। पर अस्पताल का एक व्यावसायिक पक्ष भी है। इसके लिए पेशेवर प्रबंधकों की मदद ली जानी चाहिए। अस्पताल के कर्मचारियों एवं चिकित्सकों की सुरक्षा को प्राथमिक जिम्मेदारी के रूप में लेना चाहिए।
कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे डीआईजी आईटीबीपी संजय कोठारी ने स्पर्श अस्पताल की उत्तरोत्तर प्रगति की कामना करते हुए कहा कि हम देश की रक्षा करते हैं और चिकित्सक मरीजों की जान की रक्षा करते हैं। आईटीबीपी न केवल देश की सीमाओं की सुरक्षा करती है बल्कि देश के भीतर भी अपनी सेवाएं देती है। छत्तीसगढ़ के दो स्थानों पर आईटीबीपी के 12 हजार जवान तैनात हैं जो वहां के लोगों को चिकित्सा सुविधा भी उपलब्ध कराते हैं। उन्होंने स्पर्श की टीम से भी आग्रह किया कि वे दूरस्थ अंचलों में चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने की चेष्टा करें।
आरंभ में स्पर्श मल्टीस्पेशालिटी अस्पताल के प्रबंध निदेशक डॉ दीपक वर्मा ने अस्पताल की स्थापना से लेकर उसके आजतक के सफर की रोचक जानकारी दी। उन्होंने कहा कि मध्यमवर्गीय चिकित्सकों ने मिलकर स्पर्श की नींव रखी थी ताकि आम जनों को सुविधाजनक उच्च गुणवत्ता वाली चिकित्सा सेवा उपलब्ध कराई जा सके। इन पांच वर्षों में स्पर्श की टीम ने अस्पताल संचालन का अनुभव भी हासिल किया और बेहतर करने के लिए प्रयत्नशील रहा। हम आगे भी जरूरतमंद इलाकों में उचित मूल्यपर उच्च गुणवत्ता वाले चिकित्सालयों की स्थापना करने की चेष्टा करेंगे।
धन्यवाद ज्ञापन करते हुए स्पर्श के मेडिकल सुपरिंटेंडेंट डॉ संजय गोयल ने चार घटनाओं का उल्लेख करते हुए कहा कि किस तरह उनकी टीम ने लोगों की जानें बचाई और उनका विश्वास जीता। एक मामले में सात साल के बालक का बिना फिल्टर के ब्लड ऑटो ट्रांसफ्यूजन कर जान बचाई गई। इसी तरह गोलियों से छलनी हुए व्यक्ति की जान बचाने में उन्हें सफलता मिली जिसकी वजह से गनशॉट के मरीज अब केवल स्पर्श पर ही भरोसा करते हैं। एक बार आधीरात को अस्पताल के कर्मचारियों ने स्वत:स्फूर्त होकर एक मरीज के लिए रक्तदान किया और उसका जीवन बचा लिया। उन्होंने आईटीबीपी के डीआईजी श्री कोठारी को आश्वस्त किया कि जब जब जरूरत पड़ेगी टीम स्पर्श सेवा के लिए देश के किसी भी कोने में अपनी सेवाएं उपलब्ध कराने के लिए प्रतिबद्ध है।
इस अवसर पर एक कार्पोरेट फिल्म के जरिए अतिथियों को स्पर्श अस्पताल की टीम एवं कार्यशैली से अवगत कराया गया। स्पर्श मल्टीस्पेशालिटी टीम ने लगातार दूसरी बार राज्यस्तरीय इंटर हॉस्पिटल क्रिकेट ट्राफी पर अपना कब्जा जमाया है। टीम के कप्तान डॉ संजय गोयल सहित सभी खिलाडिय़ों का मंच पर सम्मान किया गया।
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