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जल-संवर्द्धन तथा नो-प्लास्टिक पर महिला महाविद्यालय ने छेड़ा अभियान

Sep 27, 2019

भिलाई। गिरते जल-स्तर तथा प्लास्टिक से होने वाले प्रदूषण जैसे ज्वलंत मुद्दों पर भिलाई एजुकेशन ट्रस्ट द्वारा हॉस्पीटल सेक्टर में संचालित भिलाई महिला महाविद्यालय के स्टूडेंट्स ने पहल की है। महाविद्यालय की एनएसएस इकाई द्वारा जल-संवर्धन के फायदे तथा प्लास्टिक बैग्स के इस्तेमाल से होनेवाले नुकसान को एक नुक्कड़-नाटक का शहर के मुख्य मार्ग सेंट्रल एवेन्यू तथा हॉस्पीटल सेक्टर मार्केट में मंचन किया।भिलाई। गिरते जल-स्तर तथा प्लास्टिक से होने वाले प्रदूषण जैसे ज्वलंत मुद्दों पर भिलाई एजुकेशन ट्रस्ट द्वारा हॉस्पीटल सेक्टर में संचालित भिलाई महिला महाविद्यालय के स्टूडेंट्स ने पहल की है। महाविद्यालय की एनएसएस इकाई द्वारा जल-संवर्द्धन के फायदे तथा प्लास्टिक बैग्स के इस्तेमाल से होनेवाले नुकसान को एक नुक्कड़-नाटक का शहर के मुख्य मार्ग सेंट्रल एवेन्यू तथा हॉस्पीटल सेक्टर मार्केट में मंचन किया। भिलाई। गिरते जल-स्तर तथा प्लास्टिक से होने वाले प्रदूषण जैसे ज्वलंत मुद्दों पर भिलाई एजुकेशन ट्रस्ट द्वारा हॉस्पीटल सेक्टर में संचालित भिलाई महिला महाविद्यालय के स्टूडेंट्स ने पहल की है। महाविद्यालय की एनएसएस इकाई द्वारा जल-संवर्धन के फायदे तथा प्लास्टिक बैग्स के इस्तेमाल से होनेवाले नुकसान को एक नुक्कड़-नाटक का शहर के मुख्य मार्ग सेंट्रल एवेन्यू तथा हॉस्पीटल सेक्टर मार्केट में मंचन किया।एनएसएस कार्यक्रम अधिकारी डॉ. राजश्री शर्मा ने बताया कि छात्राओं ने अत्यंत ही रोचक तरीके से इन मुद्दों को उठाया। इस नुक्कड़-नाटक का स्क्रिप्ट कॉलेज की बीएचएससी पार्ट-2 की एनएसएस छात्रा गौरी परांजपे ने लिखी तथा इसकी निर्देशन भी किया। समस्त उपस्थितजनों ने इस प्रेरक नुक्कड़-नाटक को जमकर सराहा तथा जागरूकता फैलाने के लिये किये जा रहे इस कार्य की प्रशंसा की।
भिलाई महिला महाविद्यालय की प्रिंसिपल डॉ. संध्या मदनमोहन ने बताया कि यह अत्यंत ही आश्चर्य का विषय है कि शहरी क्षेत्र में पढ़े-लिखे लोगों का प्रतिशत अधिक होने के बावजूद इन मुद्दों के प्रति सजगता का अभाव है। ग्रामीण क्षेत्र में अपेक्षाकृत कम पढ़े-लिखे लोग गर्मी के दौरान रोजाना 4 से 5 किमी की दूरी से पेय-जल लाने जैसा दुश्कर कार्य करते हैं। संभवत: इसीलिए उनमें जल संवर्द्धन के प्रति जागरूकता आई है। वहीं प्लास्टिक से होने वाले प्रदूषण के खिलाफ लड़ने के लिए भी ग्रामीण एकजुट हुए हैं।
भिलाई। गिरते जल-स्तर तथा प्लास्टिक से होने वाले प्रदूषण जैसे ज्वलंत मुद्दों पर भिलाई एजुकेशन ट्रस्ट द्वारा हॉस्पीटल सेक्टर में संचालित भिलाई महिला महाविद्यालय के स्टूडेंट्स ने पहल की है। महाविद्यालय की एनएसएस इकाई द्वारा जल-संवर्धन के फायदे तथा प्लास्टिक बैग्स के इस्तेमाल से होनेवाले नुकसान को एक नुक्कड़-नाटक का शहर के मुख्य मार्ग सेंट्रल एवेन्यू तथा हॉस्पीटल सेक्टर मार्केट में मंचन किया।भिलाई एजुकेशन ट्रस्ट के ट्रस्टी तथा सेक्रेटरी सुरेन्द्र गुप्ता ने बताया कि भिलाई एजुकेशन ट्रस्ट अपनी स्थापना के समय से ही शिक्षा के माध्यम से महिला सशक्तिकरण के क्षेत्र में अपनी प्रमुख भूमिका निभा रहा है। ट्रस्ट द्वारा आगामी समय में सामाजिक सरोकार से जुड़े विभिन्न मुद्दों पर अपनी और अधिक सक्रिय भागीदारी दी जायेगी। भिलाई महिला महाविद्यालय प्रबंधन समिति के चेयरमेन के. पटेल ने कार्यक्रम के सफल आयोजन पर हर्ष व्यक्त किया तथा अपनी शुभकामनायें देते हुए भविष्य में और भी अधिक सामाजिक समस्याओं से जुड़े कार्यक्रमों के आयोजन पर बल दिया।

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